किशनगंज,25अगस्त(हि.स.)। टीकाकरण एक ऐसी प्रक्रिया है, जो जीवनभर की सुरक्षा प्रदान करती है। टीकाकरण न केवल बीमारियों से बचाव करता है, बल्कि यह समाज में बीमारियों के प्रसार को भी रोकता है। गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण उन्हें कई खतरनाक बीमारियों से बचाता है, जिनमें पोलियो, खसरा, काली खांसी, टेटनस और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियां शामिल हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए समय पर टीका लगवाना बहुत जरूरी है। वहीं ससमय लाभुको को लाभ मिल सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक नई डिजिटल पहल की शुरुआत की है, जिसके तहत अब गर्भवतियों और बच्चों के टीकाकरण की जानकारी पूरी तरह से ऑनलाइन दर्ज की जाएगी।
‘यू विन’ पोर्टल और एप्लिकेशन का उद्देश्य न केवल टीकाकरण प्रक्रिया को सरल बनाना है, बल्कि इसे अधिक पारदर्शी और सुलभ भी बनाना है। यह पहल उन परिवारों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो अपने बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहते हैं, और जिन्हें समय पर सही जानकारी और सेवाएं प्राप्त करने में कठिनाई होती है। इसी क्रम में रविवार को उक्त कार्यक्रम की सफलता के लिए डब्लूएचओ, गावी एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सभी आशा दीदी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि नियमित टीकाकरण में शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल की जा सके।
गौर करे कि यू विन पोर्टल और एप एक डिजिटल प्लेटफार्म है, जो गर्भवती महिलाओं और बच्चों के टीकाकरण की पूरी जानकारी को ऑनलाइन दर्ज करने की सुविधा प्रदान करता है। टीकाकरण के तुरंत बाद, संबंधित गर्भवती महिला या बच्चे को एक डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त होगा। यह प्रमाण पत्र टीकाकरण के प्रमाण के रूप में कार्य करेगा, जिसे वे अपने मोबाइल फोन पर देख सकते हैं। यह प्रमाण पत्र केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से टीका लगने और भविष्य में लगने वाले टीकों की जानकारी भी मिलती है।
डीआईओ डा. देवेन्द्र कुमार ने बताया की इस पोर्टल की खासियत यह है कि गर्भवती महिलाएं और बच्चे देश के किसी भी हिस्से में जाकर अपना टीकाकरण करवा सकते हैं।