–दृश्यम फिल्म देखकर रची थी हत्या की साजिश
ग्रेटर नोएडा, 24 अगस्त (हि.स.)। बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र के सेक्टर अल्फा-2 की गोल्फ विस्टा अपार्टमेंट सोसाइटी निवासी रेलवे के ठेकेदार की अपहरण के बाद हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में बीटा-2 कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम ने दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है। आरोपी मृतक का फ्लैट खरीद रहा था, लेकिन रुपये नहीं होने पर हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने दृश्यम फिल्म देखकर हत्या का षडयंत्र रचा था और उसी तर्ज पर पुलिस को भी गुमराह किया।
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने शनिवार को बताया कि रेलवे के ठेकेदार अंकुश शर्मा 10 अगस्त को परिजनों के अनुसार लापता हो गए थे। वह अल्फा-2 स्थित गोल्फ विस्टा अपार्टमेंट में रहते थे। परिजनों की तहरीर पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि सेक्टर ईटा-2 स्थित एसकेए सोसाइटी निवासी प्रवीण ने ब्रोकर संचित के माध्यम से अंकुश का फ्लैट खरीदने की बात की थी। प्रवीण मूलरूप से मेरठ के मोहल्ला मार्क पुरिया का रहने वाला है और दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल है, वो 2004 में भर्ती हुआ था। अंकुश शर्मा का एक फ्लैट एकेए सोसाइटी में है।
20 फरवरी, 2024 को फ्लैट का सौदा 1.18 करोड़ में हो गया। इसमें से 88 लाख बैंक अकाउंट और 30 लाख रुपये नकद देना तय हुआ। 38 लाख रुपये देकर ट्रांसफर मेमोरेंडम (टीएम) करना तय हुआ। आरोपी ने 8 लाख रुपये देकर प्राधिकरण से मई माह में टीएम करा लिया। इस बीच अंकुश कनाडा चले गए, इस कारण रजिस्ट्री नहीं हो सकी। वहां से वापस आने के बाद मृतक ने 20 लाख रुपये अधिक की मांग की। आरोपी ने इन्कार कर दिया। बाद में दोनों के बीच 11 लाख अतिरिक्त पर सहमति बनी, लेकिन आरोपी ने पैसा नहीं दिया। उन्होंने बताया कि आरोपी के मोबाइल की जांच की गई तो वह दृश्यम फिल्म देख रहा था। 9 अगस्त को आरोपी सेक्टर अल्फा दो स्थित रेलवे के ठेकेदार के कार्यालय पर पहुंचा। वहां ठेकेदार को फोन कर नीचे बुलाया और घर से 11 लाख रुपये देने की बात कहकर कार में साथ बैठा लिया। बेहोशी की दवा मिलाकर लस्सी पिला दी। बेहोश होने से पहले आरोपी ने पीछे की सीट पर बैठा दिया और सोसाइटी के बेसमेंट में जाकर कार लगा दी। कार को ऐसी जगह लगाया गया, जहां तीन तरफ से दीवार थी। वहां आरोपी ने अंकुश के सिर पर हथौड़े से वार कर हत्या कर दी।
जिसके बाद आरोपी ने एलजी गोल चक्कर के पास टी-सीरीज की जमीन पर शव को ठिकाने लगाने की तैयारी की थी। नौ अगस्त की देर रात कार से आरोपी वहां पहुंचा और शव को रखकर झाड़ियों व पत्थर से ढक दिया। अगले दिन जैतपुर गांव में सर्विस सेंटर पर जाकर कार को धुलवाया। वहां गाड़ी धोने वाले ने खून के बारे में पूछा तो बताया कि उसके बेटे के सिर में चोट लग गई थी, उसका खून है।
आरोपी ने हत्या के बाद मृतक के मोबाइल से अधिवक्ता और पत्नी के पास फोन किया। जिसमें बताया कि फ्लैट का पूरा पैसा आ गया है। अगले दिन मृतक के मोबाइल से नौकर के पास मैसेज किया, जिसमें बताया कि बड़ा नुकसान हो गया है। अब वो घर नहीं आएगा। आरोपी ने बचाव के लिए कई जगह पर सीसीटीवी फुटेज में कैद कराया। सीएनजी की कार में पेट्रोल डलवाने पहुंचा। वहीं मृतक के मोबाइल से नेपाल और देहरादून के बारे में सर्च किया, ताकि पुलिस को नेपाल भागने का शक हो जाए। रेलवे के ठेकेदार की हत्या के आरोप में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है। साद मियां ने बताया कि आरोपी ने फिल्म देखकर हत्या को अंजाम दिया