राजौरी, 23 अगस्त (हि.स.)। लड़कियों और महिलाओं के सशक्तिकरण की रणनीति के रूप में खेल और शारीरिक गतिविधियाँ दुनिया भर में मान्यता प्राप्त कर रही हैं। शिक्षा, खेल और शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अवसर देकर महिलाओं को सशक्त बनाया जा सकता है।
पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण पीर पंजाल क्षेत्र के दूरदराज के इलाकों की महिलाओं ने साबित कर दिया है कि वे सीमाओं को तोड़ सकती हैं और कई क्षेत्रों में आगे निकल सकती हैं चाहे वह नौकरी हो, शिक्षा हो या खेल महिलाएँ अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। खेलों के माध्यम से इन दूरदराज के इलाकों की महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रयास में भारतीय सेना राजौरी के वॉलीबॉल एसोसिएशन के सहयोग से वॉलीबॉल कोचिंग शिविर का आयोजन कर रही है, जो 23 अगस्त से 12 सितंबर 2024 तक चलेगा।
भारतीय सेना की पहल को आवाम, माता-पिता और शिक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है ताकि लिंग मानदंडों को चुनौती देकर प्रतिबंधों को कम करके और लड़कियों और महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों तक अधिक गतिशीलता और उनके शारीरिक, बौद्धिक और सामाजिक विकास के लिए अधिक अवसर प्रदान करके सशक्तिकरण प्रक्रिया को बढ़ाया जा सके। इसके अलावा पिछले वर्ष वॉलीबॉल कोचिंग शिविर के बाद पांच लड़कियों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लिया था।