अहमदाबाद, 19 अगस्त (हि.स.)। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना का देश भर में विरोध हो रहा है। आईएमए के आह्वान पर गुजरात में भी डॉक्टर अपनी सुरक्षा के लिए कड़ा कानून बनाने को लेकर हड़ताल पर हैं। इस दौरान अहमदाबाद के मणिनगर स्थित एलजी हॉस्पिटल (नरेन्द्र मोदी मेडिकल कॉलेज) में मरीजों और रेसिडेंट डॉक्टर के बीच नोकझोंक के बाद घर्षण होने की घटना सामने आई है। मरीज के परिजन इलाज की बात को लेकर उग्र हो गए और रेसिडेंट डॉक्टर का गला पकड़कर दबाने की कोशिश की। सिक्युरिटी गार्ड के बीच बचाव के बाद मामाल शांत हो पाया। इसके बाद डॉक्टर इमरजेंसी इलाज से भी कुछ समय के लिए अलग हो गए। सुप्रिटेंडेंट समेत अन्य वरिष्ठ डॉक्टरों के समझाने के बाद इमरजेंसी सेवा दोबारा शुरू हो पाई।
एलजी हॉस्पिटल के सुप्रिटेंडेंट डॉ लीना डाभी ने बताया कि सोमवार सुबह एक मरीज को इमरेंजी वार्ड में लाया गया था। मरीज पर जहर पीने का असर होने के कारण पुलिस केस और इलाज की पद्धति जानने के लिए महिला डॉक्टर हिरलबेन ने परिजन से जानकारी मांगी। डॉ हिरलबेन ने परिजनों से घटना किस तरह हुई और कौन से जहरीली वस्तु का सेवन किया इसके बारे में जानकारी मांगी। इससे परिजन उग्र हो गए और नोकझोंक के बाद डॉक्टर का गला पकड़ लिया। बंगाल रेप कांड के बाद गुजरात के डॉक्टरों का आज हड़ताल का चौथा दिन है। एक ओर नॉन इमरजेंसी सेवाओं में रेसिडेंट डॉक्टरों के हड़ताल के बाद इमरजेंसी सेवा भी बंद कर दी गई। घटना की जानकारी होने के बाद वरिष्ठ डॉक्टर समेत हॉस्पिटल के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। करीब 3 से 4 घंटों के समझाने के बाद डॉक्टर इमरजेंसी सेवा के लिए वापस काम पर लौटे। मामले में मणिनगर पुलिस स्टेशन में मरीज के परिजनों के विरुद्ध शिकायत दर्ज की गई है।