नई दिल्ली, 16 अगस्त (हि.स.)। राज्यसभा सदस्य एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को आरोप लगाया है कि भाजपा शासित केंंद्र व राज्य सरकारें विभाजनकारी एजेंडा चला रही हैं। कपिल सिब्बल ने असम व उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्रियाें के साथ प्रधानमंत्री के बयानाें काे लेकर उन्हें कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया।
शुक्रवार काे कपिल सिब्बल ने मीडिया में कहा, ‘‘पिछले 10 वर्षों में देश के सर्वोच्च कार्यालय अर्थात् प्रधानमंत्री (पीएम)के कार्यालय से जिस तरह के बयान आए हैं, वे इतने विभाजनकारी रहे हैं कि मुझे नहीं लगता कि इस देश के इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री ने कभी भी इस तरह के विभाजनकारी बयान दिए हैं। अब, असम में, मुख्यमंत्री ‘लव जिहाद’, ‘फ्लड जिहाद’ के बारे में बात कर रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार कावड़ यात्रा के दाैरान दुकानाें पर मालिकों के नाम दिए जाने की बात करती है।
कपिल सिब्बल ने आगे कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमें नागरिक संहिता पर चर्चा करनी चाहिए, चर्चा करने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन आप ऐसा तब नहीं कर सकते जब आप विभाजनकारी एजेंडा आगे बढ़ा रहे हों और फिर आप समान नागरिक संहिता की बात कर रहे हों। कपिल सिब्बल ने यह भी कहा कि जब आप घुसपैठ की बात करते हैं तो इस देश में असली घुसपैठिए कौन हैं? जाे चुनी हुई सरकारों को गिराकर सत्ता हड़प लेते हैं। भाजपा की ओर इशारा करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा, ‘‘उन्होंने राजनीतिक व्यवस्था में घुसपैठ की है और लोकतंत्र की नींव को नष्ट कर दिया है।‘‘