नई दिल्ली, 16 अगस्त (हि.स.)। भारत के दौरे पर आए मॉरीशस के नेशनल एसेंबली के स्पीकर डुवाल एड्रिएन चार्ल्स ने शुक्रवार को संसद भवन परिसर में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ द्विपक्षीय बैठक की। यहां पर ओम बिरला ने डुवाल को स्पीकर के पद पर नियुक्ति के लिए बधाई दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि डुवाल के नेतृत्व में आईपीयू जैसे अंतरराष्ट्रीय संसदीय मंचों पर भारत और मॉरीशस के बीच सहयोग और अधिक बढ़ेगा ।
इस मौके पर बिरला ने कहा कि दोनों देशों के बीच अध्यात्म, भाषा और संस्कृति से जुड़ी अनेक समानताएं हैं जिससे दोनों देशों के लोग एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज भी मारीशस के लोगों का भारतीय संस्कृति से जुड़ाव दोनों देशों की एकजुटता और सामूहिक शक्ति को दर्शाता है।
बिरला ने यह भी कहा कि भारत से मॉरीशस जाने वाले हज़ारों पर्यटकों को दोनों देशों के लोगों के घनिष्ठ संबंधों का मज़बूत स्तम्भ है । भारत और मॉरीशस के बीच विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी लगातार बढ़ रही है। आशा भी व्यक्त की कि डिजिटलीकरण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में यह सहयोग और बढ़ेगा। भारत और मॉरीशस के बीच संसदीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए बिरला ने दोनों देशों के बीच संसदीय शिष्टमंडलों के आदान-प्रदान पर बल दिया। उन्होंने आगे कहा कि संसदीय राजनय के माध्यम से भारत और मॉरीशस के नागरिकों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत बनाया जा सकता है। साझे लोकतान्त्रिक मूल्यों और आदर्शों पर आधारित भारत और मॉरीशस के द्विपक्षीय संबंधों की घनिष्ठता पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इन साझे मूल्यों के आधार पर दोनों संसदों को भी आपस में सहयोग बढ़ाना चाहिए। इस अवसर पर महामहिम डुवाल ने कहा कि वह भारत यात्रा के दौरान हुए स्वागत-सत्कार के लिए आभारी हैं। उन्होंने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला को उनके ऐतिहासिक पुनर्निर्वाचन पर बधाई दी। उन्होंने भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मॉरीशस के लोगों और संसद की ओर से बधाई दी। भारतीय निर्वाचन प्रक्रिया की प्रशंसा करते हुए महामहिम डुवाल ने निर्वाचन आयोग के निष्पक्ष और पारदर्शी कार्यकरण की सराहना की।
भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बेहद खास बताते हुए डुवाल ने संसद टीवी द्वारा मॉरीशस संसद को दी गई सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। मॉरीशस संसद के डिजिटलाइजेशन कार्यक्रम के बारे में बताते हुए महामहिम डुवाल ने कहा कि भारतीय संसद की डिजिटल संसद पहल से मॉरीशस में भी इसी तरह की पहल का मार्ग प्रशस्त हुआ है। डुवाल ने डिजिटल प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षण के क्षेत्रों में दोनों संसदों के बीच घनिष्ठ सहयोग पर जोर दिया।