लखनऊ, 13 अगस्त (हि.स.)। पेरिस ओलम्पिक में लगातार दूसरे वर्ष कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के मुख्य चयनकर्ता डाॅ. आर.पी सिंह का लखनऊ पहुंचने पर मंगलवार को ढोल-नगाड़ों से साथ स्वागत किया गया। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में उत्तर प्रदेश हॉकी, खेल संघों, खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने एक समारोह आयोजित कर सम्मान किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक डाॅ. आरपी सिंह ने कहा कि अगर भारतीय टीम इसी तरह का खेल जारी रखती है तो लॉस एंजिल्स ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतेंगे। पेरिस ओलम्पिक में टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया है और बैक टू बैक पदक जीते हैं।
केडी सिंह बाबू स्टेडियम में हाथों में तिरंगा लिए कतार में खड़े खिलाड़ियों ने डाॅ. आरपी सिंह पर फूल बरसाए। मंच पर उन्हें तिरंगा साफा पहनाया गया। खेल संघों के प्रतिनिधि और राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने उन्हें शॉल अेाढ़ाकर सम्मानित किया। इस मौके पर ओलम्पियन सैयद अली, भारतीय हॉकी टीम पूर्व कप्तान शकील अहमद एवं रजनीश मिश्र, अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी इमरानुलहक, उत्तर प्रदेश ओलम्पिक संघ के महासिचव डाॅ. आनंदेश्वर पाण्डेय, साहस स्पोर्ट्स की डाॅ. सुधा बाजपेई, साई की पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर रचना गोविल, आरएसओ अजय कुमार सेठी, फिन स्विमिंग एसोसिएशन के महासचिव नरेंद्र सिंह चौहान समेत तमाम हस्तियां मौजूद रहीं।
डाॅ. आरपी सिंह ने बताया कि पेरिस ओलम्पिक के लिए टीम चुनना एक बड़ी चुनौती थी। एक-एक पोजीशन के कई-कई दावेदार थे। पूरी समिति ने कई चरणों में बैठक कर टीम का चयन किया। पूरी समिति को खुशी है कि उसने एक ऐसी टीम टीम चुनी जो स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार थी। स्वर्ण पदक न जीत पाने की कसक है पर कांस्य पदक ने एक बार फिर टीम का हौसला बढ़ा दिया है।
उन्होंने बताया कि टीम शुरुआत एक-दो मैच ही सेट हो गई थी। न्यूजीलैण्ड को हराकर उसने अपने अभियान की शुरुआत की। इसके बाद टीम जो कमाल का प्रदर्शन किया वह सबके सामने है। भारतीय टीम ने लीग मुकाबलों में न्यूजीलैण्ड, आयरलैण्ड, आस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराया। अर्जेंटीना से ड्रा खेले। अपने ग्रुप में सिर्फ बेल्जियम से लड़कर हारे। क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ टीम ने कमाल का प्रदर्शन किया। करीब तीन क्वार्टर वह दस खिलाड़ियों से खेली। ब्रिटेन को उसने शूटआउट में हराया।
डॉ. सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हॉकी का तेजी से विकास हो रहा है और पेरिस में पदक जीतने वाली टीम में राज्य के दो खिलाड़ी ललित कुमार उपाध्याय और राजकुमार पाल शामिल थे। ब्रिटेन के खिलाफ दोनों ही खिलाड़ियों ने शूटआउट में शानदार गोल किए। उन्होंने कहा कि भारतीय हॉकी टीम के पास अच्छे खिलाड़ियों की कमी नहीं है और अगर इसी तरह का खेल जारी रहा तो लॉस एंजिल्स ओलम्पिक में स्वर्ण जीतने की सम्भावना है। डॉ. सिंह ने कहा कि टीम के खिलाड़ियों का जोश बरकरार रखने की जरूरत है और अगर ऐसा हुआ तो भारतीय हॉकी टीम लॉस एंजिल्स ओलम्पिक में स्वर्ण जीत सकती है।