नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता (एसजेई) मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने सोमवार को नई दिल्ली में मॉडर्न स्कूल बाराखंभा रोड पर नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के तहत नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ देशव्यापी ‘सामूहिक शपथ’ दिलाई। इस अवसर पर देश भर से एक करोड़ से अधिक लोगों ने शपथ ली और आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले और बी.एल. वर्मा ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित मॉडर्न स्कूल के लगभग 2700 छात्र व शिक्षक उपस्थित थे। देश के लगभग 10,000 स्थानों से विभिन्न हितधारक जैसे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, राज्य एवं जिला प्रशासन आदि इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 15 अगस्त 2020 को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लालकिले के प्राचीर से नशामुक्त भारत अभियान प्रारंभ किया था, तब मंत्रालय ने नशे से सर्वाधिक प्रभावित और ग्रसित देश के 272 जिलों को चिन्हित किया था और अगस्त 2023 से इस अभियान को भारत के सभी जिलों में चलाया जा रहा है। आज देश में 3.55 करोड़ युवा, 2.35 करोड़ महिलाएं, 3.40 लाख शैक्षणिक संस्थाएं, 3.5 लाख गांव और कुल मिलाकर 11.27 करोड़ लोग नशामुक्त अभियान से जुड़े हैं।
उन्होंने कहा कि नशे की चुनौती को खत्म करने के लिए यह आवश्यक है कि नशामुक्ति को केवल सरकार के भरोसे न छोड़कर सामाजिक,शैक्षणिक संस्थाएं और आध्यात्मिक संगठन इसमें पूर्ण सहभागिता करें। इसी भावना के साथ मंत्रालय नशे की लत से ग्रस्त लोगों के इलाज,पुनर्वास और बिना किसी भेदभाव के उनके उत्थान के लिए 650 से अधिक सेवा संस्थाओं का सहयोग ले रहा है। 10 नवचेतना मंडल नशा प्रभावितों के कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में कार्य कर रहे हैं।