– विदेशी संस्थागत निवेशकों ने की 19 हजार करोड़ से अधिक की बिकवाली
नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। मिडिल ईस्ट में जियो पोलिटिकल टेंशन, अमेरिका में मंदी की आशंका और भारतीय कंपनियों के मिले-जुले तिमाही परिणामों के कारण पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान घरेलू शेयर बाजार लगातार उतार-चढ़ाव का सामना करने के बाद गिरावट के साथ बंद हुआ। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान बीएसई का सेंसेक्स 1,276.04 अंक यानी 1.57 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 79,705.91 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई के निफ्टी ने 350.20 अंक यानी 1.41 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 24,367.50 अंक के स्तर पर पिछले सप्ताह के कारोबार का अंत किया।
सेक्टोरल फ्रंट पर भी ज्यादातर सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी के मेटल और पीएसयू बैंक इंडेक्स में 5 से लेकर 9 अगस्त के बीच करीब 3 प्रतिशत की कमजोरी दर्ज की गई। इसी तरह निफ्टी के एनर्जी इंडेक्स ने 2.5 प्रतिशत टूट कर पिछले सप्ताह के कारोबार का अंत किया। इसके अलावा आईटी इंडेक्स में 1.52 प्रतिशत ताकि गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर, निफ्टी के फार्मास्यूटिकल इंडेक्स में 1.50 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई, जबकि हेल्थ केयर और एफएमसीजी इंडेक्स पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान 0.50 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुए।
5 से लेकर 9 अगस्त के बीच हुए कारोबार के दौरान बीएसई के लार्ज कैप इंडेक्स में 1.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस इंडेक्स में शामिल शेयरों में से अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, हिंदुस्तान जिंक, द टाटा पावर कंपनी, बंधन बैंक और श्री सीमेंट्स के शेयर गिरावट का शिकार होकर लाल निशान में बंद हुए। दूसरी ओर मैनकाइंड फार्मा, जाइडस लाइफ साइंसेज, एबीबी इंडिया, सिप्ला और यूपीएल के शेयर मजबूती के साथ कारोबार करने के बाद उच्च स्तर पर बंद हुए।
लार्ज कैप की तरह ही बीएसई के मिडकैप इंडेक्स में भी पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस इंडेक्स में शामिल शेयरों में से स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल), एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी और बालकृष्ण इंडस्ट्रीज के शेयर 7 से लेकर 14 प्रतिशत तक टूट गए। दूसरी ओर ल्यूपिन, ऑयल इंडिया, ऐल्केम लेबोरेट्रीज, पीआई इंडस्ट्रीज, कमिंस इंडिया और अजंता फार्मास्यूटिकल्स के शेयर में 5 से 9 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई।
बीएसई के स्मॉलकैप इंडेक्स में पिछले सप्ताह के दौरान सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। 5 से 9 अगस्त के बीच के कारोबार के दौरान बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स करीब 2 प्रतिशत तक टूट गया। इस इंडेक्स में शामिल कंपनियों में से फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस, महानगर टेलीफोन निगम, सांघवी मूवर्स, सिरमा एसजीएस टेक्नोलॉजी, न्यूक्लियस सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट्स, ऑटोमोटिव स्टैम्पिंग्स और लेमन ट्री होटल के शेयरों में 15 से 30 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर, सेंचुरी इंक्स, गरवारे हाईटेक फिल्म्स, सिंफनी, एडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज, कैफीन टेक्नोलॉजीज, बीएएसएफ इंडिया, ओसवाल ग्रीनटेक और वेंकीज के शेयर 25 से 35 प्रतिशत तक की मजबूती के साथ बंद होने में सफल रहे।
अगर मार्केट वैल्यू की बात करें, तो पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा भारतीय स्टेट बैंक, इंफोसिस और टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) मार्केट कैप में गिरावट के मामले में क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और जेएसडब्ल्यू स्टील मार्केट कैपिटलाइजेशन में बढ़ोतरी के मामले में क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
5 से 9 अगस्त के बीच हुए कारोबार में विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुद्ध बिकवाल की भूमिका में नजर आए। इस दौरान एफआईआई द्वारा 19,139.76 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची गई। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने लिवाल की भूमिका निभाते हुए 20,871.10 करोड़ रुपये की इक्विटी की खरीदारी की।