समूहों को मिली छह लाख तिरंगा बनाने की जिम्मेदारी

– 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के दिन हर घर पर फहराना है तिरंगा

जौनपुर, 10 अगस्त (हि.स.)। आजादी के पर्व पर इस बार भी गांव से लेकर शहर तक घर-घर तिरंगा फहरेगा। प्रशासन की तरफ से सात लाख घरों में तिरंगा वितरित करने की योजना बनाई गई है। इसमें ग्राम पंचायतों के लिए छह लाख तिरंगा बनाने का जिम्मा समूहों को दिया गया है। इसमें 207 समूहों की 760 महिलाओं को शामिल किया गया। इन्हें प्रत्येक तिरंगे पर 20 रुपये की दर से भुगतान किया जाएगा।

नगर पालिका परिषद जौनपुर को सात हजार तिरंगा वितरण करने का निर्देश दिया गया है। जनपदवासियों से आह्वान किया गया है कि वह बाजारों से खरीदकर भी अपने अपने घरों पर तिरंगा अवश्य फहराए। समूहों को तिरंगा बनाने के लिए कपड़ा एनआरएलएम की ओर से मुहैया कराया गया है। कम समय में छह लाख झंडा बनवाने के लिए सभी ब्लॉक मिशन मैनेजर (बीएमएम) को न सिर्फ लगाया गया है। बल्कि उनसे रोजाना रिपोर्ट भी ली जा रही है। समूहों की ओर से पांच अगस्त से तिरंगा बनाया जा रहा है। जिसमें अभी तक तकरीबन डेढ़ लाख तैयार किया जा चुका है। चिन्हित किये गए समूहों का कार्य देखने जिला स्तरीय अधिकारी भी मौके पर पहुंच रहे है। दो दिन पहले मुख्य विकास अधिकारी सांई तेजा सीलम ने भी बैठक कर इस अभियान को लेकर जरूरी निर्देश दिया था व सभी से सामंजस्य बनाकर बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया था।

समूहों की ओर से तैयार किये जा रहे झंडे को वितरित कराने की जिम्मेदारी जिला पंचायत राज अधिकारी को भी दी गयी है। बीडीओ सहित एडीओ पंचायतों व ग्राम प्रधानों को निर्देशित किया गया है कि वह गांवों में इसका वितरण कराएं। अमृत सरोवरों पर भी अनिवार्य रूप से ध्वजारोहण किया जाये। इस बार बीते वर्ष की अपेक्षा समूहों को अधिक झंडा बनाने का लक्ष्य दिया गया। गतवर्ष जहाँ साढ़े चार लाख झंडा समूहों से निर्मित कराया गया था। वही इस बार डेढ़ लाख अधिक छह लाख तिरंगा बनवाया जा रहा है। पूर्व का 25 रुपये की दर से भुगतान समूहों को कर दिया गया है। तिरंगा के लिए शासन स्तर पर कुल एक करोड़, 20 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा। बरसठी ब्लॉक जरौठा के स्थित निर्माण प्रेरणा संकुल स्तरीय संघ को 60 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। बाकी का भुगतान कार्य पूर्ण होने व डिमांड के आधा पर दिया जाएगा। समूहों से तिरंगा बनवाने का निर्देश 31 जुलाई को दिया गया था। इसके तुरंत बाद इसे लेकर जरूरी तैयारियां शुरू कर दी गयी । सिलाई- कढ़ाई में निपुण महिलाओं से सम्पर्क साधने की जिम्मेदारी बीएमएम को दिया गया है।इसके बाद कपड़े को खरीदने में प्रक्रिया को पूरा करने में कुछ वक्त लग गया। निर्धारित प्रक्रिया पूरी करने के बाद 207 समूहों की 760 महिलाओं को पांच अगस्त से लगा कार्य शुरू कराया गया।

इस संबध में शनिवार को हिन्दुस्थान समाचार प्रतिनिधि से बात करते हुए मुख्य विकास अधिकारी सांई तेजा सीलम ने बताया कि इस वर्ष सात लाख घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य है। इसमें से छह लाख की जिम्मेदारी समूहों को दी गयी है। झंडा बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। सभी जनपदवासियों से आह्वान है कि वह बाजारों से भी खरीद कर अपने अपने घरों में शान से तिरंगा जरूर फहराए।

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