वायनाड, 01 अगस्त (हि.स.)। केरल के पहाड़ी जिला वायनाड में मंगलवार तड़के हुई जल आपदा में अब तक 200 से अधिक लोग काल कलवित हो चुके हैं। मूसलाधार बारिश के दौरान हुए भूस्खलन से तीन गांवों का तो वजूद ही मिट चुका है। लोकसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व में वायनाड का सदन में प्रतिनिधित्व कर चुके राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित अपने आवासों से आज सुबह वायनाड के लिए निकल चुके हैं।
राहत और बचाव अभियान आज भी जारी रहेगा। विभिन्न बलों के राहत और बचाव अभियान के दौरान अब तक 1,592 व्यक्तियों को बचाकर विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। अस्पतालों में 99 लोगों का इलाज चल रहा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि वायनाड जिले में मेप्पडी के पास चूरलमाला और मुंडक्कई इलाके में भूस्खलन में मरने वाले व्यक्तियों की संख्या 200 से अधिक हो गई है।
राहुल गांधी के सुबह 9ः45 बजे कन्नूर एयरपोर्ट पहुंचने की संभावना है। वह मेप्पडी में चूरलमाला भूस्खलन पीड़ितों के लिए खोले गए राहत शिविरों और विभिन्न अस्पतालों में जाएंगे। खराब मौसम की वजह से राहुल बुधवार को वायनाड नहीं पहुंच सके थे। प्रियंका गांधी वायनाड के दौरे के दौरान प्राकृतिक आपदा से प्रभावित कई परिवारों से मुलाकात करेंगी।
इस आपदा से पूरा देश सकते और सदमे में हैं। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। लोग पहुंचकर उन्हें सब ठीक हो जाने का आश्वासन दे रहे हैं। इस बीच सूचना है कि वायनाड आपदा से पास के कोझिकोड जिले के थमारस्सेरी और वडकारा तालुका के विभिन्न ऊपरी गांव प्रभावित हुए हैं। यहां रह रहे परिवारों को अन्यत्र स्थानांतरित करने के उपाय सरकार ने शुरू कर दिए हैं।