-सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का हम करते हैं सम्मान, योगी के साथ है संत समाज
कानपुर, 27 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कावड़ यात्रा को लेकर जो निर्णय लिया है वह बहुत सराहनीय कदम है। हम सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते हैं, लेकिन हिन्दुओं का धर्म भ्रष्ट न हो इसके लिए दुकानदारों से अपील है कि वह अपने दुकान के सामने दुकान स्वामी का नाम अवश्य लिखें। यह बात शनिवार को कानपुर श्री आनंदेश्वर मंदिर के बाबा घाट समाधि स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक हरि गिरि जी महाराज ने मीडिया से कही।
उन्होंने कहा कि हम अक्षरधाम, अहमदाबाद, वाराणसी के संकट मोचन, अयोध्या में हुई वारदातों को भुला नहीं पाएगे। कानून व्यवस्था को बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी होती है। सुरक्षा की दृष्टि से सरकार के लोग एवं अधिकारी समय-समय पर अपना निर्णय लेते हैं। भीड़ के बीच में कोई भी किसी भेष में पहुंचता है और आपराधिक वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाता है। अपनी आईडी लेकर चलना कोई गुनाह नहीं है। ईश्वर न करें किसी के साथ कोई अनहोनी हो जाए। ऐसी घटनाएं होने पर आईडी या पहचान पत्र रहने से पुलिस एवं प्रशासन को बहुत आसानी होती है और दुर्घटना के शिकार हुए लोगों के परिवार तक सूचना देने में सहयोग मिलता है।
उन्हाेंने कहा कि यह लड़ाई रूकेगी नहीं इसे लड़ा जाएगा, कश्मीर का मुद्दा संघर्ष करने की वजह से हल हो चुका है। यह भी मामला हल होगा। हम प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हैं, वह सुरक्षा को लेकर बहुत गंभीर है। कुंभ मेला को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए तेजी तैयारी की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरु भाई व जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरि महाराज भी श्री आनंदेश्वर मंदिर के बाबा घाट समाधि स्थल पर होने वाले श्री रूद्र महायज्ञ स्थल का निरीक्षण किया और मंदिर प्रशासन के लोगों को दिशा निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसला का सम्मान करते हुए कहा कि हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट न हो,इसलिए कावड़ यात्रा रूट पर लगने वाले सभी दुकानों के मालिक अपना नाम अंकित करें।