नई दिल्ली, 27 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने झारखंड में सीपीआई (माओवादी) की गिरफ्तारी और हथियार बरामदगी मामले में शनिवार को एक और आरोपित के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। झारखंड निवासी प्रदीप सिंह चेरो इस मामले में आरोपित होने वाले 23वें आरोपित हैं।
एनआईए द्वारा जून 2022 में जांच अपने हाथ में लेने और अगस्त 2023 और जुलाई 2024 के बीच पांच पूरक आरोप पत्र दायर करने से पहले झारखंड पुलिस ने मूल रूप से नौ व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। एनआईए ने शनिवार काे यह जानकारी दी।
एनआईए की जांच से इस मामले में विभिन्न सीपीआई (माओवादी) सशस्त्र काडरों और जमीनी समर्थकों की संलिप्तता का पता चला है। अपने शीर्ष कमांडर प्रशांत बोस की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए झारखंड में सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए विभिन्न धाराओं के तहत चेरो के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है।
एनआईए के मुताबिक यह हमला फरवरी 2023 में झारखंड के लोहरदगा में हुआ था। उस समय क्षेत्रीय कमांडर रवींद्र गंझू के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सीपीआई (माओवादी) कैडर सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रचने के लिए लोहरदगा के बुलबुल के वन क्षेत्र में इकट्ठा हुए थे। गंझू के साथ सीपीआई (माओवादी) के सक्रिय कैडर बलराम उरांव और मुनेश्वर गंझू के साथ 45 से 60 अन्य लोग शामिल हुए।
इस दाैरान जब राज्य पुलिस और सीआरपीएफ के साथ सुरक्षा बलों ने संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया तो उस दौरान उन पर सशस्त्र सीपीआई (माओवादी) कैडरों द्वारा हमला किया गया, अंधाधुंध गोलीबारी की गई। इसके बाद चलाए गए तलाशी अभियान में भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ था।