सीमांत चेतना मंच के सम्मेलन उद्घाटन समारोह में शामिल हुए राज्यपाल

– चिरांग के जिला प्रशासन के साथ बैठक की

गुवाहाटी, 27 जुलाई (हि.स.)। असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने आज चिरांग जिले के बेंगतोल कॉलेज में सीमांत चेतना मंच, पूर्वोत्तर के असम राज्य सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लिया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा की भावना तभी सुनिश्चित होगी जब सीमांत क्षेत्रों के गांवों को शिक्षा, रोजगार, खेल और जीवन शैली में सुधार के मामले में पर्याप्त रूप से विकसित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, “यह खुशी की बात है कि सीमांत चेतना मंच पूर्वोत्तर हमारे नागरिकों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देने और राष्ट्रवाद की भावना को फिर से जगाने में बहुत योगदान दे रहा है”।

उन्होंने कहा कि सीमांत चेतना मंच पूर्वोत्तर शुरू से ही उत्तर पूर्व के सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को एकजुट करने और उनमें अपनापन की भावना पैदा करने के लिए समर्पित रूप से काम कर रहा है। अपने अथक कार्यों के कारण ही सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को देश की सेवा के लिए संसाधनपूर्ण इकाई के रूप में संगठित किया गया है।

असम की प्रथम महिला अनीता कटारिया, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी उल्लाश कुलकर्णी, राष्ट्रीय समन्वयक, सीमा जागरण मंच मुरलीधर, सीईएम बीटीआर प्रमोद बोड़ो सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।

बाद में, राज्यपाल ने अपने निचले असम दौरे के अंतिम चरण में डीसी कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में चिरांग के जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की।

बैठक के दौरान, राज्यपाल ने राज्य और केंद्र सरकार के प्रमुख योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने समाज कल्याण, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, सिंचाई, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और मत्स्य पालन जैसे विभिन्न विभागों की गतिविधियों की समीक्षा की। बैठक के दौरान राज्यपाल ने लाभार्थियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाने के लिए आधार सीडिंग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जिला आयुक्त को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के निर्माण में तेजी लाने के लिए भी कहा।

शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने हाई स्कूलों में शिक्षकों की स्थिति पर गौर किया और डीसी से यह सुनिश्चित करने को कहा कि शिक्षकों की सेवाओं का जिले के मानव संसाधन को प्रोत्साहित करने के लिए पर्याप्त और विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग किया जाए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने जिले में आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और ई-केवाईसी पहलों के कार्यान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग की सराहना की। लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान राज्यपाल ने चल रही विकास परियोजनाओं पर गौर किया। उद्योग, वाणिज्य और सार्वजनिक उद्यम विभाग की समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना की समीक्षा की और डीसी से योजना के कार्यान्वयन में तेजी लाने को कहा। इसके अतिरिक्त राज्यपाल ने नाबार्ड, प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) और प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की।

पुलिस अधीक्षक के साथ बातचीत में राज्यपाल ने जिले की मौजूदा कानून व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से साइबर अपराधों से निपटने के लिए कर्मियों और सामग्रियों का उपयोग करने को कहा।

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