गुवाहाटी, 26 जुलाई (हि.स.)। चराइदेव मैदाम को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल की मान्यता दिये जाने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने असम की जनता को दी बधाई दी है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए कहा, “आज का दिन असम के लिए यादगार दिन रहेगा। हमारे चराइदेव मैदाम को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है, जिससे चिर प्रतिक्षित उम्मीदें पूरी हो गई हैं। आज का दिन इतिहास के पन्नों में एक उल्लेखनीय दिन के रूप में दर्ज रहेगा। यह असम के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इस शुभ अवसर पर आप सभी को बधाई।”
उन्होंने कहा, “चराइदेव का मैदाम गहरी आध्यात्मिक आस्था, समृद्ध विरासत और वास्तुकला और असम के ताई-अहोम लोगों की स्थापत्य कला का प्रतीक है। आज की उपलब्धि है कि काजीरंगा और मनास राष्ट्रीय उद्यान के बाद असम के संदर्भ में चराइदेव मैदाम को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई है। पूर्वोत्तर में एक मात्र चराइदेव मैदाम को ही सांस्कृतिक विरासत स्थल के रूप में मान्यता मिली है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे शानदार चराइदेव मैदाम को इस महान उपलब्धि देने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास उल्लेखनीय हैं। असम के लोगों की ओर से, मैं प्रधानमंत्री का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। मैं फिर एक बार असम के लोगों को ह्रदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं।”