महाराष्ट्र के कई जिलों में नदियां खतरे के निशान के पार, जिला प्रशासन अलर्ट पर

मुंबई, 25 जुलाई (हि.स.)। महाराष्ट्र में पिछले पांच दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से कई जिलों की नदियां खतरे के निशान का पर कर गई हैं। भारतीय नौसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें नदियों के तटीय क्षेत्रों में बसे लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थलों पर पहुंचा रही हैं। मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पालघर में अगले 24 घंटों में तेज हवा के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है। इसलिए प्रशासन ने नागरिकों को सिर्फ आवश्यक कार्य के लिए ही घर से बाहर निकलने की अपील की है।

महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश का कहरी जारी है। रायगढ़ जिले में गांधारी, सावित्री और कुंडलिका नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे बाढ़ का पानी महाड रोहा आदि शहरों के करीब पहुंच गया है। जिला प्रशासन ने यहां तटीय ओर निचले इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास जारी रखा है। इसी तरह सांगली जिले में कृष्णा नदी का जलस्तर बढ़ गया है, यहां भी प्रशासन एलर्ट मोड पर है। गढ़चिरौली जिले में भी भारी बारिश से लोग हलकान हो गए थे लेकिन आज यहां बारिश कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। पुणे जिले में भारी बारिश से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यहां भारतीय सेना के जवान और एनडीआरएफ के जवान बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं।

मुंबई और आस पास के जिलो में भी बारिश की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुंबई में मीठी नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है, इससे तटीय इलाकों में बसे लोगों को सुरक्षित स्थल पर जाने की चेतावनी प्रशासन ने दिया है। इसी तरह ठाणे जिले में उल्हास नदी , बालधुनी खतरे के निशान से उपर बहने लगी है, इससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। पालघर जिले के वसई, विरार, नालासोपारा में कई सोसाइटियों में बारिश का पानी जमा हो गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *