नई दिल्ली, 24 जुलाई (हि.स.)। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर राज्य में होने वाली कथित राजनीतिक हिंसा के खिलाफ धरना दिया। खास बात यह रही कि इस धरने में उन्हें विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन के नेताओं को समर्थन भी मिला।
जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे रेड्डी ने कहा कि 1 हजार से अधिक राजनीतिक हिंसा के मामले चुनावों के बाद हुए हैं। करीब 2700 से अधिक परिवारों को हिंसा से बचने के लिए पलायन करना पड़ा है। अब उन गांव वालों को संरक्षण देने के बजाए कहा जा रहा है कि वे वहां से छोड़कर चले जाएं।
जगन मोहन रेड्डी के समर्थन में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि राज्य में चुनाव के बाद राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के खिलाफ हिंसा हो रही है। यह स्वस्थ लोकतंत्र में किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है। शिवसेना उद्धव ठाकरे के नेता संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी ने भी जगन से मुलाकात की। जगन से तृणमूल कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने भी मुलाकात की।
उल्लेखनीय है कि जगन मोहन रेड्डी ने अपने पिता की मृत्यु के बाद कांग्रेस से अलग होकर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी बनाई थी। सत्ता में रहने के दौरान जगन मोहन रेड्डी केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार को विभिन्न मुद्दों पर समर्थन देते आए हैं। अब राज्य में सत्ता बदलने के बाद विपक्षी आईएनडीआई गठबंधन उन्हें अपने साथ जोड़ना चाहता है।