कोलकाता, 18 जुलाई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए कैप्टन बृजेश थापा के पार्थिव शरीर को गुरुवार को उनके गृह नगर लेबॉन्ग लाया गया। शहीद कैप्टन के सम्मान में सिलीगुड़ी से लेबॉन्ग तक के रास्ते पर सैकड़ों लोग श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़े। फूलों से सजे वाहन में उनके पार्थिव शरीर को ले जाया गया और रास्ते भर ‘बृजेश थापा अमर रहें’ के नारे गूंजते रहे।
शहीद कैप्टन के पार्थिव शरीर को जब उनके पैतृक घर जिंग टी एस्टेट, लेबॉन्ग लाया गया तो वहां पड़ोसी और आसपास के लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे। दार्जिलिंग जिले की जिला मजिस्ट्रेट प्रीति गोयल ने बताया कि अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह होगा।
दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्ट, पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और अन्य लोग भी बागडोगरा हवाई अड्डे से सिलीगुड़ी के बेंगडुबी मिलिट्री स्टेशन तक पहुंचे और शहीद कैप्टन को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कैप्टन थापा भारतीय सेना में तीसरी पीढ़ी के अधिकारी थे। वह केवल 27 वर्ष के थे और पांच साल पहले भारतीय सेना में शामिल हुए थे। उनकी मां निलिमा थापा ने बताया कि वे सेना की 145 एयर डिफेंस रेजिमेंट से थे और 10 राष्ट्रीय राइफल्स में प्रतिनियुक्ति पर थे। उन्होंने मार्च में अपनी छुट्टियां घर आकर बिताई थीं और इसी माह फिर आने वाले थे।