वाराणसी, 14 जुलाई (हि.स.)। देश का पहला हाइड्रोजन चालित जलयान रविवार को गाजीपुर से वाराणसी के लिए रवाना हो गया।यह वाराणसी के नमो घाट पर पहुंचेगा और यहां से राल्हूपुर स्थित मल्टीमॉडल टर्मिनल जाएगा। इंडियन वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईडब्ल्यूएआई) के स्थानीय अधिकारियों ने मल्टीमॉडल टर्मिनल का बीते शनिवार को निरीक्षण किया था। इस जलयान को काशी-प्रयागराज के बीच महाकुंभ के दौरान चलाया जाएगा।
आईडब्ल्यूएआई के अफसरों के अनुसार जलयान के अंदर हिस्से में कई काम होने हैं। सजावट और लाइटिंग पर काम किया जाना है। डाइड्रोजन जलयान के ईंधन की आपूर्ति के लिए वाराणसी में गंगा किनारे डाइड्रोजन प्लांट भी बनाए जाएंगे। गंगा में चलाये जाने वाले इस जलयान में 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। यह जलयान दो मंजिला है। हाइड्रोजन जलयान लगभग 28 मीटर लंबा और 5.8 मीटर चौड़ा है। जलयान का कुल वजन लगभग 20 टन है। यह जलयान गंगा में 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगा।
इस जलयान का निर्माण कोच्चि शिपयार्ड में हुआ है। जलयान को कोच्चि शिपयार्ड से कोलकाता लाया गया। इसे कोलकाता से गंगा नदी के रास्ते वाराणसी लाया जा रहा है। जलयान गंगा नदी में पानी कम होने से गाजीपुर स्थित हमीद सेतु के पास कई दिनों से रुका हुआ था। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ने पर जलयान शनिवार को वाराणसी के लिए रवाना हुआ। हाइड्रोजन चालित जलयान लगभग 2000 किलोमीटर की समुद्री यात्रा पूरी कर कोच्चि शिपयार्ड से 13 जून को कोलकाता पहुंचा था।