शिलांग, 12 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि इस क्षेत्र के साथ उनका पुराना लगाव रहा है। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री बनने के बाद पहली बार पूर्वोत्तर के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन सिंधिया ने आज शिलांग में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास सचिवालय में एक बैठक में शामिल होने के बाद मीडिया से बातचीत की।
सिंधिया ने उन्हें दी गई जिम्मेदारी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उनका संकल्प पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए पूर्वोदय के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करना है, ताकि यह क्षेत्र देश की प्रगति का प्रवेशद्वार बने, उनके सपने को वास्तविकता में बदलना है। इस बदलाव के लिए बीते 10 वर्षों से पूर्वोत्तर में योजनाओं पर व्यापक पैमाने पर धन खर्च किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लिए बजट 24 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर लगभग 82 हजार करोड़ रुपये हो गया है। इसके साथ ही बुनियादी ढांचे के दृष्टिकोण से भी इसमें काफी बदलाव आया है। चाहे वह सड़क हो, रेल हो या नागरिक उड्डयन का क्षेत्र हो, हर क्षेत्र में व्यापक बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में हवाई अड्डों की संख्या 9 से बढ़कर 17 हो गई है।
सिंधिया ने पूर्वोत्तर को सांस्कृतिक जीवंतता, प्राकृतिक प्रचुरता और नैसर्गिकता का भंडार बताया। उन्होंने इसे विश्व के सामने प्रदर्शित करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि हमारी लुक ईस्ट नीति अब एक्ट ईस्ट नीति में बदल गयी है। पूर्वोत्तर आगे चलकर उस नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।
सिंधिया आज मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से भी मुलाकात करेंगे। मुलाकात के दौरान शिलांग के लिए रणनीति बनाएंगे। उन्होंने कहा कि वह शिलांग शहर के विकास के लिए भी योजना तैयार करेंगे।
सिंधिया आज शिलांग में अन्य कई कार्यक्रमों में भी शामिल हुए।
ज्ञातव्य है कि अपने दौरे के दूसरे दिन शनिवार को सिंधिया असम की राजधानी दिसपुर स्थित नेडफी हाउस में भी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।