केरल के विझिंजम में कंटेनर ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह की शुरुआत, केन्द्रीय मंत्री सोनोवाल ने ‘एमवी सैन फर्नांडो’ को किया रिसीव

नई दिल्ली, 12 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज केरल के विझिंजम में देश के पहले गहरे पानी के कंटेनर ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह पर परिचालन की शुरुआत के लिए पहले मदर शिप ‘एमवी सैन फर्नांडो’ को रिसीव किया।

नौ हजार टीईयू तक की क्षमता वाला यह जहाज आज देश के पहले स्वचालित बंदरगाह पर उतरा। बंदरगाह अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें मेगामैक्स कंटेनरशिप को संभालने की क्षमता सहित जहाजों के त्वरित बदलाव के लिए बड़े पैमाने पर स्वचालन की व्यवस्था है। इस दौरान केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर सोनोवाल ने कहा, “आज भारत के समुद्री क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। पहली मदरशिप विझिंजम में पहुंची है, जो भारत का पहला गहरे पानी वाला अंतरराष्ट्रीय कंटेनर ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल है। यह ‘मेक इन इंडिया’ के दृष्टिकोण का प्रमाण है। पब्लिक प्राइवेट पाटनर्शिप से केरल सरकार के साथ-साथ अदानी पोर्ट एसईजेड ने देश के समुद्री क्षेत्र के विकास के लिए एक अद्भुत संपत्ति बनाई है।”

विझिंजम बंदरगाह केरल में तिरुवनंतपुरम के पास एक रणनीतिक समुद्री परियोजना है। देश में पहली ग्रीनफ़ील्ड बंदरगाह परियोजना की शुरुआत राज्य सरकार के 18 हजार करोड़ से अधिक के निवेश के साथ शुरू हुई। सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड के तहत विकसित यह देश के बंदरगाह क्षेत्र में सबसे बड़ी पहलों में से एक है। अंतरराष्ट्रीय शिपिंग मार्गों के पास विझिंजम का रणनीतिक स्थान जहाजों के लिए पारगमन समय को काफी कम कर देगा। इससे यह समुद्री व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु बन जाता है।

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