नई दिल्ली, 3 जुलाई (हि.स.)। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जवाब के दौरान विपक्ष के वॉकआउट पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कड़ी नराजगी जताते हुए कहा कि यह संविधान का अपमान है।
प्रधानमंत्री के अभिभाषण के दौरान विपक्ष की ओर से नारेबाजी की गई और बाद में विपक्ष ने वाकआउट कर दिया। विपक्ष का इस तरह से सदन से बाहर जाने पर राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष को फटकार लगाते हुए कहा, “मैं आशा करता हूं कि यह लोग अपने मन को टटोलेंगे और कर्तव्य पर वापस आएंगे।”
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि विपक्ष ने हमें पीठ नहीं दिखाई है। उन्होंने भारत के संविधान का अपमान किया है। वे सदन नहीं मर्यादा छोड़कर गए हैं। देश के 140 करोड़ लोग आहत होंगे। जब आपने अपनी पूरी बात कही तो अब सत्ता पक्ष की बात भी सुनिए।
विपक्ष के वाकआउट दौरान भी प्रधानमंत्री ने नरेन्द्र मोदी ने दोबारा संबोधन शुरू करते हुए कहा, ‘यह लोग सच्चाई नहीं पचा पा रहे हैं। इसलिए मैदान छोड़कर भाग गए हैं। मैं तो कर्तव्य से जुड़ा हुआ हूं। मैं देशवासियों से जुड़ा हूं। देशवासियों को पल पल का हिसाब देना मेरा कर्तव्य हैं।’