नई दिल्ली, 03 जुलाई (हि.स.)। लोकसभा में राहुल गांधी के हिन्दू विरोधी बयान के खिलाफ बुधवार को दिल्ली भाजपा ने कांग्रेस मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा ने राहुल गांधी को देश के हिन्दुओं से माफी मांगने की मांग की।
भाजपा के कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिगेट्स को तोड़कर कांग्रेस मुख्यालय की ओर बढ़ने की कोशिश की, तो दूसरे बेरिगेट्स के सामने पुलिस उन्हें रोक दिया। पुलिस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, सांसद तेजस्वी सूर्या, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष सागर त्यागी एवं अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष अनीस अब्बासी सहित अन्य पदाधिकारियों को हिरासत में लेकर तिलक मार्ग थाने ले गई, जहां से उन्हें कुछ देर के बाद छोड़ दिया।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि हिन्दू संस्कृति को गाली देना, हिन्दुओं को गाली देना, उन्हें आतंकवादी कहना, यह सब चुनावी हिन्दू राहुल गांधी की साजिश है। जिसका जवाब देश के करोड़ों हिन्दू जरूर देंगे। एक तरफ आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता कहते हैं और दूसरी तरफ हिन्दू हिंसक होता है यह संसद में चिल्ला चिल्ला कर बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर हिन्दू हिंसक होता तो अब तक काशी एवं मथुरा से मस्जिद हटकर मंदिर बन गये होते। सचदेवा ने कहा कि राहुल गांधी ने सदन के अंदर सोची समझी राजनीतिक चाल चली है क्योंकि उन्हें अपनी बहन प्रियंका गांधी को वायनाड से चुनाव लड़वाना है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी तो खुद पश्चिमी सभ्यता के बीच पले हैं, वे हिन्दू संस्कृति को कभी नहीं समझ सकते, लेकिन राहुल गांधी को हिन्दू समाज की ताकत का अंदाजा नहीं है।उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पूरी भारतीय संस्कृतिक को गाली दी है और उन्हें देश के लोगों से माफी मांगनी ही पड़ेगी। इस बात को हम दिल्ली के हर घर तक लेकर जाएंगे और सभी को राहुल गांधी के इस बयान से अवगत कराएंगे।
सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि जिसके पिता ने अपने आप को हिन्दू बाई एक्सिडेंट कहा हो, उसके बेटे से हमें ऐसी ही उम्मीद थी। राहुल गांधी ने जिस प्रकार से पूरे हिन्दू समाज को आतंकवादी, हिंसक कहा है, यह अक्षम्य अपराध है और राहुल गांधी जब तक माफी नहीं मांगते तब तक भाजपा अपना संघर्ष जारी रखेगी।
उन्होंने कहा कि 26/11 के टेरर अटैक को पूरी कांग्रेस पार्टी ने हिन्दू संगठनों के ऊपर डालने की कोशिश की थी। दिग्विजय सिंह ने तो सैफरन टेरर के ऊपर किताब का विमोचन भी किया था। देश के अंदर 80 फीसदी दंगे कांग्रेस पार्टी की सरकार के रहते हुए हैं। कांग्रेस ने आतंकवाद को पनाह देने का काम किया है और इसलिए संप्रदायिक दंगे होते रहे हैं। जिस धर्म ने 5000 वर्ष से अधिक समय से समाज को सौहार्द और शांति का मंत्र दिया है, ऐसे हिन्दू समाज को अपमानित करने की साजिश राहुल गांधी द्वारा की गई है।
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अब चिंतन करने की जरुरत है कि क्या ऐसे ही हिन्दू समाज अपना अपमान सहता रहेगा। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस ने भगवा को आतंकवाद से जोड़ा था। इंडी गठबंधन नेता काफी समय से हिन्दू देवी देवताओं का अपमान करते रहे हैं, ऐसी स्थिति में देश के सभी हिन्दुओं को सोचने की जरूरत है और हर स्तर पर ऐसे लोगों को जवाब देने की जरूरत है।
सांसद योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि लोकसभा के अंदर कांग्रेस नेता जिस प्रकार से व्यवहार कर रहे थे, उससे साफ जाहिर होता है कि राहुल गांधी को लोकसभा सदन की मर्यादा का ख्याल भी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण के दौरान भी उनका व्यवहार निंदनीय था। हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करना एक साजिश है जो एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए राहुल गांधी ने सदन के अंदर की थी।
नई दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि राहुल गांधी का बयान उनकी हिन्दू विरोधी मानसिकता को दिखाता है। हिन्दू तो वसुधैव कटुंबकम वाले हैं जो पूरे विश्व को एक मानते हैं, लेकिन राहुल गांधी एक चुनावी हिन्दू हैं जो इसे नहीं समझेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सदन को गुमराह किया और देश के करोड़ों हिन्दुओं की भावनाओं ठेस पहुंचाई है।
सरदार अरविन्द सिंह लवली ने कहा कांग्रेस एक छटपटाहट के दौर से गुजर रही है जहां उसके नेता एक वर्ग को राजनीतिक रूप से खुश करने के लिए शांति सौहार्द के प्रतीक हिन्दू समाज को बदनाम करने में लगे हैं। दिल्ली एवं देश की जनता अब हिन्दुओं के अपमान के लिए राहुल गांधी को कभी माफ नही करेगी।