गुवाहाटी, 29 जून (हि.स.)। रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस), सुमित सिंघल ने छयगांव और मिर्जा स्टेशनों के बीच बिछाई गई नई दोहरी लाइन का वैधानिक निरीक्षण पूरा किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने नवनिर्मित रेल लाइन से ट्रेनों के परिचालन को स्वीकृति प्रदान कर दी। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने आज बताया कि इस नए सेक्शन के चालू होने से ब्रह्मपुत्र के दक्षिणी तट पर न्यू बंगाईगांव से आजरा वाया ग्वालपाड़ा मार्ग को दोहरी लाइन सेक्शन के रूप में चालू कर दिया गया है। बिछाई गई यह नई दूसरी लाइन इस मार्ग से अधिक माल और यात्री परिवहन के लिए सहायक होगी। पहले से ज्यादा ट्रेनों को बढ़ी हुई गति के साथ संचालित किया जा सकेगा, जिससे न्यूनतम समय सीमा के साथ बेहतर कनेक्टिविटी सक्षम हो पाएगा।
छयगांव और मिर्जा के बीच की लंबाई 15.558 कि.मी. है। छयगांव-मिर्जा सेक्शन न्यू बंगाईगांव-कामाख्या वाया ग्वालपाड़ा 176 किलोमीटर दोहरी लाइन परियोजना का एक हिस्सा है। सेक्शन के आधार पर कार्य किए जा रहे है और भाग दर भाग चालू किया जा रहा हैं। रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने सभी पुलों, आरयूबी और सिगनल प्रणालियों के निरीक्षण के साथ-साथ इस सेक्शन पर गति परीक्षण भी किया।
इससे पहले 28 फरवरी को बामुणीगांव और छयगांव के बीच 8.782 किलोमीटर सेक्शन, 17 अक्टूबर 2023 को धूपधारा और बामुणीगांव के बीच 25.459 किलोमीटर सेक्शन, 03 मई 2023 को मिर्जा और आजरा के बीच 11.35 किलोमीटर सेक्शन और 24 नवंबर 2022 को दुधनई और धूपधारा के बीच 29.71 किलोमीटर सेक्शन को चालू किया गया था। न्यू बंगाईगांव-कामाख्या वाया ग्वालपाड़ा संपूर्ण सेक्शन के पूर्ण होने पर, पूर्वोत्तर कनेक्टिविटी को देश के बाकी हिस्सों के साथ लोगों और सामग्री दोनों के परिवहन की दिशा में महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा। न्यू बंगाईगांव और कामाख्या वाया ग्वालपाड़ा दोहरी लाइन परियोजना के पूरा होने से मेघालय के दूर-दराज के क्षेत्रों को भी अत्यधिक लाभ होगा।