नई दिल्ली, 28 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसा की जांच करने वाली भारतीय जनता पार्टी की तथ्यान्वेषी टीम ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। चार सदस्यीय समिति में रविशंकर प्रसाद, बिप्लब कुमार देब, बृजलाल और कविता पाटीदार शामिल थीं। बिप्लब देब इस समिति के संयोजक हैं।
सांसद बिप्लब कुमार देब ने रिपोर्ट सौंपने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि पश्चिम बंगाल में ‘जंगलराज’ पैदा हो गया है। करीब 6000 भाजपा कार्यकर्ता अपने घर नहीं जा पा रहे हैं। कार्यकर्ताओं की जमीन लूट ली गई है और उनके घर ध्वस्त कर दिए गए हैं। पूरे राज्य में अलोकतांत्रिक व्यवस्था स्थापित हो गई है। संसद में संविधान की प्रतियां ले जाने की बजाय विपक्षी गठबंधन के नेताओं को पश्चिम बंगाल का दौरा करना चाहिए और पीड़ितों को न्याय दिलाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के सत्तापोषित गुंडों ने प्रदेश में हिंसा फैलाने का काम किया है। प्रशासन का राजनीतिकरण हो चुका है और इन लोगों ने आमजन का जीवन दूभर कर दिया है। ममता बनर्जी व उनके साथी दलों ने बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा व महिलाओं के साथ हुई क्रूरता पर मौन साध रखा है, जोकि अत्यंत निंदनीय है।
समिति के सदस्य रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ‘तालिबान राज’ कायम हो गया है। पुलिस कुछ नहीं कर रही। यहां तक कि मीडिया को भी गांवों में घुसने की इजाजत नहीं है। नेता विपक्षी गठबंधन के लोग अत्याचार के बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं। पश्चिम बंगाल में महिलाओं के अधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन हो रहा है।