नई दिल्ली, 27 जून (हि.स.)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा शुक्रवार को आयुष्मान भारत गुणवत्ता स्वास्थ्य कार्यक्रम में तीन पहलों का अनावरण करेंगे। इनमें आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, आईपीएचएस के लिए डैशबोर्ड और फूड वेंडरों को स्पॉट फूड लाइसेंस के लिए वर्चुअल एनक्यूएएस मूल्यांकन करने की योजना शामिल हैं। शुक्रवार को विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री जाधव प्रतापराव गणपतराव और अनुप्रिया पटेल भी मौजूद रहेंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एएएम) उप-केंद्रों के लिए एक वर्चुअल एनक्यूएएस मूल्यांकन का शुभारंभ करेंगे। यह समय और लागत की बचत करेगा। इस प्रणाली के माध्यम से, वर्चुअल रूप से मूल्यांकन किए गए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
2007 में शुरू किए गए और 2022 में नवीनतम अपडेट के साथ भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानक (आईपीएचएस) दिशानिर्देश भी जारी किए जाएंगे। यह दिशानिर्देश प्राथमिक से माध्यमिक स्तर की स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए गुणवत्ता मानक निर्धारित करते हैं। ये मानक देश भर में सुसंगत, सुलभ और उत्तरदायी स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करते हैं।
स्वास्थ्य संस्थानों की सहायता करने के लिए, स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक डैशबोर्ड विकसित किया है जो राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्वास्थ्य संस्थानों और स्वास्थ्य सुविधाओं को आईपीएचएस मानकों के संबंध में अनुपालन की त्वरित निगरानी करेगा। कार्यक्रम के दौरान जिला अस्पतालों में स्थित एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं (आईपीएचएल) के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) जारी किए जाएंगे। कायाकल्प के लिए संशोधित दिशा-निर्देश भी कल जारी किए जाएंगे।
खाद्य सुरक्षा और अनुपालन प्रणाली (एफओएससीओएस) के माध्यम से शीघ्र लाइसेंस और पंजीकरण जारी करने के लिए एक अभूतपूर्व नई सुविधा भी आरंभ की जाएगी। यह नवोन्मेषी प्रणाली लाइसेंस और पंजीकरण प्रक्रियाओं को सरल बनाती है और एक बेहतर उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करती है।