पटना, 27 जून (हि.स.)। नीट-यूजी परीक्षा पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने गुरुवार को मनीष कुमार और आशुतोष कुमार को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को सुरक्षित परिसर उपलब्ध कराया था, जहां उन्हें लीक हुए पेपर के साथ उत्तर पुस्तिका उपलब्ध कराई गयी थी।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, मनीष प्रकाश अपनी कार में उम्मीदवारों को लर्न प्ले स्कूल ले जाने के लिए जिम्मेदार था जबकि आशुतोष छात्रों के लिए सेफ हाउस में परिसर की व्यवस्था करता था, जिन्हें उसके घर में ठहराया जाता था। मनीष को पटना से पूछताछ के दौरान गिरफ्तार किया गया। सीबीआई ने मनीष की पत्नी को फोन करके उसकी गिरफ्तारी की सूचना दी। यह सीबीआई द्वारा की गई पहली गिरफ्तारी है। इससे पहले बिहार सरकार की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों को ही हिरासत में लिया था। मनीष प्रकाश और आशुतोष दोनों को अदालत में पेश किया गया है।
बिहार सरकार ने 2024 नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को बीते तीन दिन पहले सौंप दी थी। आर्थिक अपराध इकाई ने मामले के सभी अपडेट रिकॉर्ड केंद्रीय एजेंसी को सौंप दिए हैं।
नीट पेपर लीक मामले में बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि हम कानून ला रहे हैं। केंद्र सरकार ने भी कानून का प्रावधान किया है। इसमें 10 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। हम विधानमंडल के अगले सत्र तक इस पर कानून भी लाएंगे और सख्त कार्रवाई के साथ स्पीडी ट्रायल चलाकर 3-6 महीने में आरोपितों को सजा दिलाने का काम करेंगे।