देवघर/रांची, 22 जून (हि.स.)। नीट प्रश्न पत्र लीक मामले के तार झारखंड से भी जुड़ने लगे हैं। इस मामले में बिहार पुलिस ने देवघर से छह आराेपितों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपित देवघर जिले के देवीपुर थाना क्षेत्र स्थित एम्स के नजदीक झुनू सिंह के मकान में किरायेदार बनकर रह रहे थे। सभी आरोपित पटना के शास्त्रीनगर थाना (काण्ड संख्या-358/2024) में दर्ज मामले में संदिग्ध हैं।
हालांकि, रेड करने आयी पटना पुलिस ने देवघर पुलिस को बताया था कि यह सभी साइबर ठगी के आरोपित हैं। देवघर पुलिस को शनिवार को इस बात का पता चला कि असल में सभी नीट पेपर लीक मामले में पकड़े गये हैं। गिरफ्तार आरोपितों में बिहार के नालंदा जिले के छविलापुर थाना क्षेत्र स्थित बलदार विगहा निवासी पंकु कुमार, परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, चिन्टु उर्फ बालदेव कुमार, नुरसराय थाना क्षेत्र के दरुआरा निवासी काजु उर्फ प्रशांत कुमार, एकंगरसराय थाना क्षेत्र के अजीत कुमार और राजीव कुमार उर्फ कारू शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक पेपर लीक के सरगना संजीव मुखिया के नीचे अमित आनंद और नीतीश काम कर रहे थे। अमित आनंद लाइजनर का काम करता है। नीतीश और अमित आनंद दोस्त हैं। सिकंदर ने अनुराग और आयुष जैसे कई अभ्यर्थियों को पास कराने का ठेका लिया था। चिंटू के मोबाइल पर पेपर के जवाब आए थे। चिंटू ने जवाब पिंटू को दिए और फिर प्रिंटर साथ लेकर चल रहे पिंटू ने सारे सवालों के जवाब प्रिंट किए। चिंटू-पिंटू के जरिए भेजे गए सवालों के जवाब रातों-रात पटना के लर्न एंड प्ले स्कूल भेजे गए, जहां पहले से मौजूद अनुराग और आय़ुष जैसे छात्रों ने जवाब का रट्टा मारा और अगली सुबह एग्जाम देने गए।
30 लाख में नीट पेपर खरीदा और 40-40 लाख में बेचा
नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सिकंदर यादवेंद्र मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने 30 से 32 लाख रुपये में पेपर की डील की थी। इसके बाद चार अभर्थियों को उसने पेपर 40-40 लाख रुपये में बेचा था। नीट का पेपर सबसे पहले झारखंड के हजारीबाग से लीक हुआ था।
बताया गया है कि सिकंदर यादवेंद्र ने दानापुर पटना के आयुष कुमार, समस्तीपुर के अनुराग यादव, रांची के अभिषेक कुमार और गया के शिवनंदन कुमार को पेपर देने की बात कही थी। पांच मई को होने वाली नीट की परीक्षा के लिये सिकंदर यादवेंद्र ने चारों अभ्यर्थियों को चार मई की रात को पटना के रामकृष्णा नगर में जाकर पेपर सौंपा। उस वक्त अमित आनंद और नीतीश कुमार भी उनके साथ मौजूद थे।
इसके बाद रातभर सभी को पेपर रटवाया गया लेकिन पांच मई को पटना के बेली रोड से चारों अभ्यर्थियों को एक झारखंड नंबर की गाड़ी से हिरासत में ले लिया गया था। इसके बाद पेपर लीक के खुलासे हुए थे। जानकारी के मुताबिक सिकंदर का बेटा होमी आनंद का हरमू स्थित इन्फिनिटी स्पोर्ट्स नामक दुकान चलाता है। वहीं हाउसिंग कॉलोनी में सिंकदर का घर भी है।