जयपुर, 20 जून (हि.स.)। छत्तीसगढ़ में फंसा चार लाख मीट्रिक टन (लगभग 100 रैक्स) कोयला राजस्थान को मिलेगा। इस कोयले से प्रदेश के पावर प्लांट्स में कोयले के भंडार बढ़ेंगे और आमजन को पर्याप्त बिजली उपलब्ध हो सकेगी।
राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम ने छत्तीसगढ़ के कोरबा में आर्यन कोल बेनिफिकेशन इंडिया लिमिटेड (एसीबीईएल) को एसईसीएल की माइन से सूरतगढ़ एवं छबड़ा थर्मल पावर प्लांट के लिए कोल सप्लाई का 5 वर्ष के लिए कार्यादेश दिया था लेकिन जुलाई, 2022 में छत्तीसगढ़ के राज्य कर विभाग, खनिज विभाग, राजस्व विभाग एवं पर्यावरण विभाग की संयुक्त कार्रवाई के कारण एसीबीईएल की वाशरीज को सील कर दिया गया। इससे राजस्थान का लगभग चार लाख मीट्रिक टन कोयला वाशरीज में फंस गया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस प्रकरण का तुरंत संज्ञान लेते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं केंद्र सरकार से सम्पर्क किया और कोयले को रिलीज करने का आग्रह किया। शर्मा के अथक प्रयासों के क्रम में छत्तीसगढ़ सरकार ने कोयला रिलीज करवाने में गंभीरता से त्वरित कार्रवाई की। हाल ही में जिला कलेक्टर कोरबा ने उक्त 4 लाख मीट्रिक टन कोयले को रिलीज करने का आदेश दिया। इससे राजस्थान को लगभग 100 कोल रैक्स की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।