नई दिल्ली, 15 जून (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र सोलंकी और शिवांगी खरवाल के नेतृत्व में परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. धर्मेंद्र प्रधान को एनटीए द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह-प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी)2024 के आयोजन की प्रक्रिया एवं परिणामों में गड़बड़ी पर उठ रहे प्रश्नों की सीबीआई द्वारा जांच करा संलिप्त दोषियों पर शीघ्रता से कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन सौंपा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. धर्मेंद्र प्रधान ने एबीवीपी प्रतिनिधिमंडल से इन बिंदुओं पर चर्चा के दौरान आश्वासन दिया कि संबंधित विषय में किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और प्रकरण में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर विधिक एवं दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
एबीवीपी नेताओं ने कहा कि इस परीक्षा के आयोजन में देश के विभिन्न हिस्सों में अनियमितता दिखी। कुछ केंद्रों पर प्रश्न पत्र बांटने में देरी जैसी घटनाएं सामने आईं। अभाविप विद्यार्थी समुदाय द्वारा उठाई जा रही उचित मांगों के साथ है और इस समस्या के शीघ्र निवारण की मांग करता है।
उन्होंने कहा कि देश के शीर्ष चिकित्सा संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली नीट-यूजी परीक्षा की प्रक्रिया एवं परिणामों में शुचिता और पारदर्शिता पर विद्यार्थियों के बीच संशय है। परीक्षा के आयोजन के दौरान भी कई गड़बड़ी पाई गई थीं, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजन केंद्रों की समीक्षा नहीं की गई और परीक्षा आयोजन के लिए पूर्ण तैयारी नहीं थी।
एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र सोलंकी और शिवानी खरवाल ने कहा कि विद्यार्थियों के बीच नीट-यूजी परीक्षा के आयोजन एवं परीक्षा परिणामों में अनियमितता को लेकर संदेह के स्थिति बनी हुई है। एबीवीपी विद्यार्थियों की इस मांग के साथ है और संबंधित प्रकरण में सीबीआई द्वारा जांच करा दोषियों पर शीघ्रता से कार्रवाई किए जाने की मांग करती है। एनटीए जैसी प्रमुख परीक्षा एजेंसी द्वारा इस प्रकार की गड़बड़ी उसकी अक्षमता को दर्शाती है, ऐसे में भविष्य में कोई भी गड़बड़ी न हो इसके लिए अभाविप इसकी कार्यप्रणाली को फुलप्रूफ बनाने की भी मांग करती है।
अभाविप के आयाम मेडिविजन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. अभिनंदन बोकरिया ने कहा कि प्रवेश परीक्षा एजेंसी द्वारा परीक्षा से पूर्व खामियों की समीक्षा कर लेनी थी, जिससे इस प्रकार की गड़बड़ी सामने न आतीं। नीट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा के लिए चिकित्सा क्षेत्र में रुचि रखने वाले विद्यार्थी कड़ी मेहनत करते हैं, ऐसी प्रमुख परीक्षा में गड़बड़ी विद्यार्थियों की वैध अपेक्षा के साथ खिलवाड़ है। अभाविप संबंधित प्रकरण में दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की मांग करती है।