– भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया
कुवैत सिटी, 12 जून (हि.स.)। दक्षिणी कुवैत के मंगफ शहर में बुधवार तड़के एक कंपनी के श्रमिक शिविर में भीषण आग लगने से 45 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई और कम से कम 50 लोग झुलस हो गए। अधिकतर भारतीयों में से कुछ की हालत गंभीर है, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बेहतर चिकित्सा मुहैया कराने के लिए आश्वस्त किया है।
कुवैत के दक्षिणी अहमदी गवर्नरेट के मंगफ क्षेत्र में स्थित छह मंजिला इमारत की रसोई के अंदर बुधवार सुबह करीब 4:00 बजे आग लग गई। संदेह है कि चौकीदार के कमरे में रखे गैस सिलेंडर से लगी थी। आग लगने के समय एक ही कंपनी के शिविर में लगभग 160 कर्मचारी थे। अधिकारियों को सुबह करीब छह बजे आग लगने की सूचना दी गई, जब ज्यादातर लोग सो रहे थे।
गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसेफ अल-सबाह ने घटनास्थल का दौरा किया और इमारत के मालिक, चौकीदार और श्रमिकों के लिए जिम्मेदार कंपनी के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। गृह मंत्री ने कुवैत नगर पालिका और मेनपॉवर के लिए सार्वजनिक प्राधिकरण को इसी तरह के उल्लंघनों के लिए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसमें आवासीय भवनों में भीड़भाड़ रोकने और भविष्य की घटनाओं को रोकने के लिए सभी सुरक्षा आवश्यकताओं को सुनिश्चित करना शामिल है।
मंगफ श्रमिक शिविर में हुई इस दर्दनाक घटना के मद्देनजर भारतीय दूतावास ने 965-65505246 पर एक आपातकालीन हेल्पलाइन शुरू की है। सभी संबंधित पक्षों से अनुरोध किया गया है कि वे किसी भी अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन का उपयोग करें। कुवैत में भारतीय राजदूत डॉ. आदर्श स्वाइका ने घटनास्थल का दौरा करके पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और कहा कि दूतावास हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, “कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है। बताया गया है कि 40 से अधिक मौतें हुई हैं और 50 से अधिक अस्पताल में भर्ती हैं। हमारे राजदूत शिविर में गए हैं। हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। इस दुर्घटना में जिनकी दर्दनाक मौत हुई है, उन लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना। घायलों के जल्द और पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधितों को पूरी सहायता प्रदान करेगा।”