तीसरी बार प्रधानमंत्री बनकर नरेन्द्र मोदी ने रचा इतिहास

नई दिल्ली/वाराणसी, 09 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में रविवार को आयोजित समारोह में उनको पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसी के साथ मोदी ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनने के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। पंडित नेहरू वर्ष 1952, 1957 एवं 1962 का आम चुनाव जीतकर लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बने थे।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी से लगातार तीसरी बार सांसद निर्वाचित हुए मोदी का जन्म गुजरात के वडनगर में 17 सितंबर 1950 को हुआ। जब वे 8 साल के थे तो वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए। साल 1970 में वह संघ के प्रचारक बन गये। 1975 संघ द्वारा मोदी को ‘गुजरात लोक संघर्ष समिति’ का महासचिव नियुक्त किया गया था। आपातकाल के दौरान गिरफ्तारी से बचने के लिए मोदी को अंडरग्राउंड होने के लिए मजबूर होना पड़ा। वह सरकार का विरोध करने वाली पम्फलेट की प्रिंटिंग में शामिल थे।

सूरत एवं वडोदरा में होने वाले संघ के कार्यक्रमों में वे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने लगे। वर्ष 1979 में वह संघ के संभाग प्रचारक बनाए गए। 1987 में मोदी को भाजपा की गुजरात इकाई के संगठन सचिव का दायित्व मिला। मोदी को 1996 में भाजपा के महासचिव (संगठन) के रूप में पदोन्नत दिया गया। मोदी ने 1990 में लालकृष्ण आडवाणी की राम रथ यात्रा और 1991 में मुरली मनोहर जोशी की एकता यात्रा आयोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

वर्ष 2001 केशुभाई पटेल का स्वास्थ्य खराब हुआ और भाजपा ने उप चुनावों में कुछ राज्य विधानसभा सीटें खो दी। भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने पटेल की जगह मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री पद की कमान सौंप दी। सात अक्टूबर 2001 को मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 24 फरवरी 2002 को उन्होंने राजकोट विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव जीता। तब से लेकर लगातार मई 2014 तक वह गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहे। इसके बाद वे 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री बने।

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