अगरतला, 1 जून: त्रिपुरा की दो लोकसभा सीटों और 7-रामनगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती 4 जून को होगी। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। वोटों की गिनती राज्य के जिला और उपमंडल मुख्यालयों में कुल 20 स्थानों पर होगी। यह बात आज सचिवालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुनीत अग्रवाल ने कही।
उन्होंने कहा कि 1-त्रिपुरा पश्चिम संसदीय क्षेत्र के वोटों की गिनती 7 जगहों पर और 2-पूर्वी त्रिपुरा (एसटी) संसदीय क्षेत्र के वोटों की गिनती 15 जगहों पर होगी। दोनों संसदीय क्षेत्रों के वोटों की गिनती शांतिरबाजार और बिलोनिया में होगी। ईवीएम और अन्य मतदान रिकॉर्ड को 20 अलग-अलग स्थानों पर स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा के तहत रखा गया है। ईवीएम की गिनती के लिए दोनों संसदीय क्षेत्रों में कुल 60 मतगणना हॉल होंगे। रिटर्निंग अधिकारियों ने अपने-अपने मुख्यालय में डाक मतपत्रों की गिनती के लिए दो अलग-अलग मतगणना हॉल की व्यवस्था की है। संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के मतगणना हॉल में वोटों की गिनती के लिए 8 से 14 मतगणना टेबलें होंगी। 1-त्रिपुरा पश्चिम संसदीय क्षेत्र के लिए डाक मतपत्रों की गिनती 28 टेबलों में की जाएगी और 2-पूर्वी त्रिपुरा (एसटी) संसदीय क्षेत्र के लिए डाक मतपत्रों की गिनती 15 टेबलों में की जाएगी। दोनों संसदीय क्षेत्रों में रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा मतगणना हॉल में ईटीपीबीएस (सर्विस इलेक्टर्स वोट) की पूर्व-गिनती की भी व्यवस्था है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पुनित अग्रवाल ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों पर मीडिया सेंटर की व्यवस्था की गयी है। पत्रकार मोबाइल फोन से मीडिया सेंटर तक पहुंच सकते हैं। काउंटिंग हॉल, स्ट्रांग रूम और कॉरिडोर आदि में सीसीटीवी की व्यवस्था होगी।
उन्होंने कहा प्रत्येक मतगणना केंद्र पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू रहेगी, ताकि कोई भी व्यक्ति अवैध रूप से प्रवेश न कर सके। आधिकारिक रिकॉर्डिंग के लिए आधिकारिक वीडियो कैमरे को छोड़कर किसी भी कैमरे या वीडियो कैमरे को मतगणना हॉल के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा मोबाइल, आई-पैड, लैपटॉप और इसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या किसी भी रिकॉर्डिंग डिवाइस को मतगणना हॉल के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं है। यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य पुलिस तैनात की जाएगी कि माचिस, हथियार और अन्य ज्वलनशील वस्तुएं आदि मतगणना केंद्र में प्रवेश न करें।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने राज्य के दो संसदीय क्षेत्रों की वोटों की गिनती की प्रक्रिया को ठीक से पूरा करने के लिए 31 मतगणना पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। हर एक प्रत्याशी मतगणना टेबल के अनुसार मतगणना एजेंट नियुक्त कर सकते हैं और अपना नियुक्ति पत्र रिटर्निंग ऑफिसर या सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय में भेज सकते हैं। मतगणना के परिणाम और मतगणना की गतिविधि समय-समय पर आयोग की वेबसाइट और वोटर हेल्पलाइन ऐप पर प्रदर्शित की जाएगी। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राज्य की दोनों लोकसभा सीटों की मतगणना निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी से सहयोग मांगा। संवाददाता सम्मेलन में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी उषाजेन मोग और अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुभाशीष बनर्जी भी उपस्थित थे।