मुंबई, 01 जून (हि.स.)। डोंबिवली अमुदान कंपनी विस्फोट मामले में अब भी करीब 9 लोग लापता हैं। इन सभी के रिश्तेदार प्रतिदिन कंपनी के मलबे में अपने लापता शख्स की तलाश कर रहे हैं। हालांकि इस घटना में पुलिस डीएनए के सहयोग से मृतकों की पहचान का प्रयास कर रही है।
जानकारी के अनुसार 23 मई को डोंबिवली एमआईडीसी में स्थित अमुदान केमिकल कंपनी में अचानक रिएक्टर स्फोट होने से आस -पास की पांच कंपनियों में आग लग गई थी। इस घटना में पुलिस ने अब तक 12 लोगों के शव बरामद किए हैं। इनमें से तीन की पहचान की जा चुकी है जबकि नौ लोगों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विस्फोट स्थल पर लगभग 25 से 30 मानव अवशेष पाए गए हैं और उनके डीएनए का परीक्षण किया जा रहा है। इसलिए लापता लोगों में से कितने की मौत हुई है, इसका आधिकारिक आंकड़ा अभी तक सामने नहीं आया है। जो मानव अवशेष मिले हैं, वो कितने व्यक्तियों के हैं, इसका आकलन नहीं हो पा रहा है। इसी दौरान आज मौके पर मलबे से एक लापता व्यक्ति का पैन कार्ड मिला है। पैनकार्ड देखते ही लापता व्यक्ति भरत जायसवाल की पीड़ित पत्नी की आंखों से पति की याद में आंसू छलक पड़े। वह हर घटनास्थल पर आकर अपने पति की तलाश कर रही थी। भरत जयसवाल भी यहां कंपनी में काम करने गए थे और विस्फोट के बाद से वे घर नहीं लौटे। इसी तरह और भी परिजन यहां हर दिन अपने परिजन की तलाश में रहते हैं।