चारधाम यात्रा : अब तक पांच लाख से अधिक भक्तों ने किए बाबा केदार के दर्शन

-केदारनाथ धाम पहुंचने वाले यात्रियों को नहीं होने दी जाएंगी असुविधाएं

-आगामी मानसून सीजन से निपटने के लिये भी प्रशासन पहले से तैयार

रुद्रप्रयाग, 27 मई (हि.स.)। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं-तीर्थयात्रियों की भीड़ सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक 18 दिनों की यात्रा में पांच लाख से अधिक भक्तों-श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये हैं। यह जानकारी रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने दी। उन्होंने कहा कि अत्यधिक संख्या में यात्रियों के पहुंचने से शुरूआती दौर में प्रशासन के सामने कुछ चुनौतियां भी आईं, लेकिन प्रशासन ने चुनौतियों से पार पाते हुए यात्रियाें को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है।

जिलाधिकारी डा. सौरभ ने कहा कि प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है कि यहां पहुंचने वाले हर एक यात्री की यात्रा सुगम हो और उसको बाबा केदार के अच्छे से दर्शन हों। उन्होंने कहा कि प्रशासन की आगे की तैयारियां भी पूर्ण हैं। मानसून सीजन से निपटने के लिये भी पहले से ही तैयारियां की जा चुकी हैं, जिससे तीर्थ यात्रियों के अलावा जिले की जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी से न जूझना पड़े।

जिलाधिकारी ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा पर आ रहे तीर्थ यात्रियों को सभी विभागों की ओर से बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य यही है कि यहां पहुंचने वाले यात्री की यात्रा सुगम और सरल हो। यात्री को अच्छे तरीके से बाबा केदार के दर्शन मिलें। उन्होंने कहा कि इस बार की यात्रा में अत्यधिक संख्या में तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं और मात्र 18 दिनों में पांच लाख से अधिक भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं। सोनप्रयाग, सीतापुर सहित अन्य पार्किंगों के फुल होने पर कुछ समय के लिये यात्रियों को अगस्त्यमुनि स्थित खेल मैदान में रोका जा रहा है। यहां पर यात्रियों के रहने, खाने, शौचालय और पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं।

जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक यात्रा पड़ाव सहित पैदल मार्ग और धाम में शौचालय, रहने, खाने और साफ-सफाई की पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं। केदारनाथ में स्थित होटल, लॉज के अलावा यात्री हेलीपैड के समीप, बैस कैंप, घोड़ा, पड़ाव, लिनचौली आदि स्थानों पर बनाई गई टेंट कालोनियों में रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा रूट पर नई विकसित की गई पार्किंगों का लाभ इस यात्रा सीजन में मिला है। उन्होंने कहा कि स्वयं निरीक्षण करने के अलावा यात्रा कंट्रोल रूम के जरिये यात्रा की मॉनेटरिंग की जा रही है। यात्रा की प्रत्येक गतिविधि पर प्रशासन की नजर है और यही उद्देश्य है कि यहां पहुंचने वाले यात्री को कोई परेशानी न हो।

जिलाधिकारी ने बताया कि यात्रा के साथ ही आगामी कुछ दिनों बाद मानसून सीजन शुरू होने वाला है। मानसून सीजन से निपटने की तैयारियां भी प्रशासन की पूरी हैं। बद्रीनाथ और केदारनाथ हाइवे के स्लाइडिंग जोन पर पहले से ही जेसीबी मशीन तैनात हैं। साथ ही ऐसे स्थानों पर यात्रियों की सुरक्षा के लिये सुरक्षा जवान भी तैनात किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग, प्रशासन की यात्रा मैनेजमैंट फोर्स, डीडीआरएफ, पीआरडी, होमगार्ड, पुलिस आदि के जवान अलर्ट हैं।

यदि बारिश के कारण भूस्खलन होता है तो शीघ्र ही मशीन के जरिये हाइवे को खोला जायेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम भी लगातार धाम सहित पैदल मार्ग और यात्रा पड़ावों पर कार्य कर रही हैं। यात्रियों को ट्रीटमेंट के अलावा आक्सीजन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। सभी विभागीय अधिकारियों को भी मानसून सीजन से निपटने के लिये पहले से तैयारी करने के निर्देश दिये गये हैं।

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