नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के बीच अच्छी खबर है। गेहूं की खरीदारी पिछले साल से आगे निकल गई है। केंद्र सरकार ने गेहूं खरीद विपणन वर्ष 2024-25 में 262.48 लाख टन गेहूं खरीदा है। इससे पिछले विपणन वर्ष में कुल खरीद 262.02 लाख टन रही थी। मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा में गेहूं की अच्छी खरीद से कुल खरीदारी को बढ़ावा मिला है।
उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी बयान में बताया कि केंद्रीय भंडारण के लिए 262.48 लाख टन रबी मौसम का अनाज गेहूं खरीदा जा चुका है। इससे 59,715 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के साथ 22.31 लाख किसानों को लाभ हुआ है। गेहूं खरीद विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान पंजाब में 124.26 लाख टन, हरियाणा में 71.49 लाख टन, मध्य प्रदेश में 47.78 लाख टन, राजस्थान में 9.66 लाख टन और उत्तर प्रदेश में 9.07 लाख टन गेहूं की खरीद की गई है।
मंत्रालय के मुताबिक चावल की खरीद भी सुचारू रूप से जारी है। 489.15 लाख टन चावल के बराबर 728.42 लाख टन धान करीब 1,60,472 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 98.26 लाख किसानों से खरीदा गया है। खाद्य मंत्रालय ने बताया कि गेहूं और चावल का संयुक्त भंडार वर्तमान में केंद्रीय भंडारण पूल में 600 लाख टन से अधिक है। सरकार ने विपणन वर्ष 2024-25 के लिए गेहूं खरीद लक्ष्य 30 से 32 करोड़ टन निर्धारित किया है।