मुंबई, 24 मई (हि.स.)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र का 73 फीसदी हिस्सा सूखे की चपेट में है और राज्य के 19 जिले प्रभावित हैं। राज्य में लोकसभा चुनाव अब खत्म हो चुके हैं। इन हिस्सों में सरकार की ओर से मदद की जानी चाहिए, जिससे लोगों को राहत मिल सके।
शरद पवार ने आज पत्रकारों को बताया कि महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश का कहर जारी है, लेकिन राज्य के अधिकांश हिस्सों में सूखे की गंभीरता भी बढ़ती जा रही है। नासिक, छत्रपति संभाजीनगर शहरों सहित कई जिलों में पेयजल की भारी कमी हो गई है। 19 जिले सूखे से प्रभावित हैं। कुल मिलाकर राज्य का 73 फीसदी हिस्सा सूखे की चपेट में है। राज्य सरकार ने 1500 राजस्व मंडलों में सूखा घोषित कर दिया गया है, लेकिन वहां मदद नहीं पहुंच रही है। राज्य में पानी की स्थिति गंभीर है। जलाशयों में बहुत कम जल बचा है। संभाजीनगर में 1561 टैंकरों की मांग है, लेकिन पानी की आपूर्ति कम है।
शरद पवार ने कहा कि सूखे की स्थिति को देखते हुए फसल ऋण के प्री-फॉर्मेशन, ऋण वसूली को रोक देना चाहिए। बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए, रोजगार गारंटी में ढील दी जानी चाहिए। शैक्षणिक शुल्क माफ किया जाना चाहिए। सूखे का असर इंसानों के साथ-साथ जानवरों पर भी पड़ रहा है, इसलिए चारा शिविर शुरू किए जाने चाहिए। शरद पवार ने यह भी कहा कि ये मांगें सूखा प्रभावित इलाके के लोगों की हैं और हम वो मांगें सरकार से कर रहे हैं।
शरद पवार ने कहा कि चुनाव के दौरान भी इस तरह की दिक्कतें आ रही थीं, लेकिन आचार संहिता की वजह से सरकार को सूखे के लिए उपाय योजना करना कठिन था। अब सूबे में चुनाव खत्म हो गया है, इसलिए चुनाव आयोग से अनुमति लेकर सरकार सूखाग्रस्त जिलों में मदद कर सकती है।