नई दिल्ली, 23 मई (हि.स.)। शीर्ष भारतीय शटलर पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों की तैयारी के लिए क्रमशः जर्मनी और फ्रांस में प्रशिक्षण लेंगे, खेल मंत्रालय के मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) ने वित्तीय सहायता के लिए उनके संबंधित प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है।
एमओसी ने सिंधु के हरमन-न्यूबर्गर स्पोर्ट्सचूले में प्रशिक्षण के लिए सारब्रुकन, जर्मनी जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। पेरिस जाने से पहले वह अपने कोच और सहयोगी स्टाफ के साथ एक महीने से अधिक समय तक वहां प्रशिक्षण लेंगी।
दूसरी ओर, लक्ष्य, जो पेरिस में पुरुष एकल स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा करेंगे, ओलंपिक खेलों से पहले 8 से 21 जुलाई तक अपने कोच और सहयोगी स्टाफ के साथ द हाले डेस स्पोर्ट्स पार्सेमेन में प्रशिक्षण लेंगे।
मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है, “एमओसी ने मंत्रालय की लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के तहत उनके हवाई किराया, बोर्डिंग/आवास लागत, स्थानीय परिवहन शुल्क, वीज़ा शुल्क, शटलकॉक खर्चों के वित्तपोषण को मंजूरी दे दी है।”
एमओसी ने टेबल टेनिस खिलाड़ी श्रीजा अकुला और तीरंदाज टीशा पुनिया के उपकरण खरीदने के समर्थन के प्रस्तावों और गोल्फर अदिति अशोक और तैराक आर्यन नेहरा के विभिन्न प्रतियोगिताओं में यात्रा के लिए सहायता के प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी।
टॉप्स उनके हवाई किराए, आवास लागत, स्थानीय परिवहन लागत, आर्यन के उपकरण और अदिति के कैडी शुल्क का वित्तपोषण करेगा।
एमओसी ने टेबल टेनिस खिलाड़ी हरमीत देसाई और महिलाओं की 4×400 रिले टीम को टॉप्स कोर ग्रुप में शामिल करने और पहलवान निशा (68 किग्रा) और रीतिका (76 किग्रा) को कोर ग्रुप में पदोन्नत करने को भी मंजूरी दे दी।
एमओसी ने लॉस एंजिल्स और ब्रिस्बेन में क्रमशः 2028 और 2032 ओलंपिक पर ध्यान केंद्रित करते हुए टॉप्स डेवलपमेंट में गोल्फर कार्तिक सिंह को भी शामिल किया है।