नवादा ,19 मई (हि.स.)। जिले में वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के बलवापर-मंजौर गांव में डायरिया ने महामारी का रूप धारण कर लिया है। इसकी चपेट में आने से रविवार को एक महिला की मौत होने की खबर है, जबकि 60-70 लोग आक्रांत होकर इलाजरत हैं।
कई दिनों से लोग इसकी चपेट में आ रहे थे। लेकिन रविवार से इस बीमारी से प्रभावितों की संख्या बढ़ने लगी। जब ज्यादा लोग इसकी चपेट में आए तो सूचना पीएचसी को दी गई। रविवार की दोपहर बाद पीएचसी वारिसलीगंज से मेडिकल टीम गांव पहुंच राहत-बचाव के काम में जुट गई है।
ग्रामीण सुनील कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उर्मिला देवी पति दशरथ यादव की मौत डायरिया से हुई है। जबकि 60-70 लोग इसकी चपेट में हैं। सुबह से ही पीएचसी वारिसलीगंज को सूचना दी जाती रही। लेकिन फौरी तौर पर इलाज की व्यवस्था नहीं की गई। जो लोग चपेट में आए हैं ।यत्र-तत्र अपना इलाज करा रहे हैं।
डायरिया का प्रसार कैसे हुआ इसके बारे में ग्रामीण कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं। गांव में न तो कोई सामूहिक भोज हुआ है, न ही पूजा-पाठ का प्रसाद ही वितरित हुआ है। पानी भी लोग नल-जल आपूर्ति योजना का पी रहे हैं। मेडिकल टीम जांच-पडताल के बाद किसी निष्कर्ष पर पहुंचेगी। वैसे, संभव है कि हीट वेव से लोग प्रभावित हुए हों। फिलहाल, मेडिकल टीम गांव में कैंप कर पीड़ितों का इलाज कर रही है।
गांव में मौजूद पीएचसी प्रभारी डॉ आरती अर्चना का कहना है कि किसी मरीज में डायरिया का प्रारंभिक लक्षण नहीं दिख रहा है। जो भी बीमार सामने आए हैं सभी अलग-अलग समस्याएं बता रहे हैं। गर्मी के कारण ऐसा हो सकता है। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारी से बेहतर मेडिकल टीम भेजकर इलाज करने के लिए मांग की है।