नई दिल्ली, 17 मई (हि.स.)। भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नागरिकों के खिलाफ प्रशासन और सैन्य बलों की कार्रवाई पर चिंता जताते हुए इसे पड़ोसी देशों की संसाधनों के दोहन की गलत नीति का नतीजा बताया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान का पीओके पर अवैध कब्जा है और यह हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेगा।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि पीओके पर पाकिस्तान का जबरन और अवैध कब्जा है। स्थानीय जनता का विरोध इन क्षेत्रों से संसाधनों की प्रणालीगत लूट का नतीजा है। पाकिस्तान की निरंतर नीति का यह एक स्वाभाविक परिणाम है। ऐसी शोषणकारी नीतियां स्थानीय लोगों को उनके अपने संसाधनों पर अधिकार और उसके लाभों से वंचित करती हैं। हम दोहराते हैं कि संपूर्ण केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग थे, हैं और हमेशा रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि पीओके में पिछले काफी समय से प्रदर्शन जारी हैं। इनके वीडियो लगातार सामने आ रहे हैं। इसमें पुलिस और सुरक्षा बलों की स्थानीय नगारिकों के खिलाफ कार्रवाई को साफ देखा जा सकता है।