– मुख्यमंत्री मोहन यादव भी अंतिम संस्कार में हुए शामिल
– हजारों लोगों ने नम आंखों से राजमाता को अंतिम विदाई दी
ग्वालियर, 16 मई (हि.स.)। ग्वालियर के सिंधिया राजघराने की महारानी और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे का ग्वालियर में गुरुवार शाम को राजसी परंपरा के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। बेटे ज्योतिरादित्य ने मां माधवी राजे को मुखाग्नि दी। इससे पहले मंत्रोच्चार के बीच धार्मिक कर्मकांड संपन्न कराए गए। ग्वालियर में सिंधिया छत्री पर महारानी माधवी राजे को अंतिम विदाई देने के लिए कई वीवीआईपी और आम लोग भी पहुंचे। अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित कई बड़े नेता शामिल रहे।
माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह दिल्ली के एम्स में उपचार के दौरान निधन हो गया था। 75 वर्षीय माधवी राजे लंबे समय से बीमार थीं। बीते दो माह से वह दिल्ली के एम्स में ही भर्ती थीं। उनकी पार्थिव देह गुरुवार दोपहर में ग्वालियर पहुंची। यहां रानी महल में उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शनों के लिए रखी गई थी। यहां रानी महल में लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। पक्ष और विपक्ष के कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।इसके बाद शाम को रानी महल से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें जनसैलाब उमड़ पड़ा।
कटोराताल स्थित थीम रोड स्थित अम्मा महाराज की छतरी में राजमाता विजयाराजे सिंधिया व स्व. माधव राव सिंधिया की समाधि के पास ही शाम को उनका अंतिम संस्कार किया गया। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मां माधवी राजे के अंतिम संस्कार की तमाम रस्में निभाई। उन्होंने मां को मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी। अंतिम संस्कार में सीएम डॉ. मोहन यादव, मंत्री प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, जयभान सिंह पवैया समेत कई नेता शामिल हुए।