जम्मू, 11 मई (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने क्षेत्र में आतंक फैलाने की पाकिस्तान समर्थित साजिश के सम्बन्ध में शनिवार को जम्मू प्रांत में छह स्थानों पर तलाशी ली। तलाशी में हाइब्रिड आतंकवादियों, ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू), नवगठित शाखाओं और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के सहयोगियों से जुड़े समर्थकों और कैडरों से जुड़े परिसरों से डिजिटल उपकरणों और दस्तावेजों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जम्मू और कश्मीर में स्टिकी बम, आईईडी और छोटे हथियारों आदि के साथ हिंसक हमले करने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और उनकी शाखाओं द्वारा साजिश से संबंधित एक मामले में एनआईए टीमों द्वारा जम्मू संभाग के डोडा, रामबन और किश्तवाड़ जिलों में व्यापक तलाशी ली गई।
इसमें कहा गया है कि तलाशी में हाइब्रिड आतंकवादियों, ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू), नवगठित शाखाओं और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के सहयोगियों से जुड़े समर्थकों और कैडरों से जुड़े परिसरों से डिजिटल उपकरणों और दस्तावेजों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई।
एनआईए द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इनमें लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल-बद्र और अल-कायदा आदि शामिल हैं।
एनआईए ने 21 जून, 2022 को इन संगठनों के साथ-साथ द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (यूएलएफजेएंडके), मुजाहिदीन गज़वत-उल-हिंद (एमजीएच), जम्मू और कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स (जेकेएफएफ), कश्मीर टाइगर्स, पीएएएफ और अन्य जैसे उनके नए लॉन्च किए गए आतंकी नेटवर्क को नष्ट करने के लिए मामला दर्ज किया था।
मामले की जांच के तहत एनआईए हाल के महीनों में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है। बयान में कहा गया कि आज की तलाशी का उद्देश्य जम्मू प्रांत में आतंकी नेटवर्क को खत्म करना और स्थानीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर और जमीनी कार्यकर्ताओं को संगठित करके जम्मू-कश्मीर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की साजिश को विफल करना है।