राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के अंतिम दिन राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे; शनिवार को होगा मतदान

नई दिल्ली 23 नवंबर: राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार आज शाम छह बजे समाप्त हो जायेगा। इसके बाद जनसभा, जुलूस, रैली और अन्य कार्यक्रमों पर रोक रहेगी। विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का आज अंतिम दिन होने के कारण सभी राजनैतिक दल और उम्मीदवार प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज राजसमंद जिले के देवगढ में चुनावी सभा को संबोधित किया। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह चित्तौड़गढ के निम्बाहेडा और नाथद्वारा में रोड़ शो करेंगे। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जयपुर के झोटवाडा में रोड़ शो कर रहे हैं। इसके बाद उनका मालाखेडा में जनसभा का कार्यक्रम है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, गजेंद्र सिंह शेखावत, ओम माथुर, मनोज तिवारी, संजीव बालियान, एकनाथ शिंदे, डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, राजेंद्र राठौड़ सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री और वरिष्ठ नेता आज पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभाएं और रोड़ शो कर रहे हैं।

दूसरी ओर, कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आज जोधपुर के विभिन्न इलाकों में चार चुनावी सभाओं को संबोधित करने का कार्यक्रम है। सचिन पायलट अजमेर, मसूदा और झालावाड़ में जनसभाएं कर रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक, मोहन प्रकाश, सी.पी. जोशी और जितेन्द्र सिंह भी पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे हैं। बसपा, आरएलपी, एएसपी और सीपीआई-एम सहित अन्य पार्टियों के शीर्ष नेता भी आज चुनाव प्रचार के लिए विभिन्न स्थानों का दौरा कर रहे हैं।

   इस बीच, भाजपा की अग्रिम पंक्ति के नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जयपुर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विश्वास जताया कि प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बन रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, महिला और दलित अत्याचार,दंगे, पेपरलीक के कारण जनता त्रस्त है और वह कांग्रेस के खिलाफ वोट करेगी। उन्होंने कांग्रेस पर परिवारवाद को लेकर भी प्रहार किया। श्री शाह ने कहा कि लाल डायरी राज्य में भ्रष्टाचार का प्रतीक बन गयी है। वहीं जयपुर में ही एक अन्य प्रेस कॉन्फ्रेन्स में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास इस बार ना तो कोई मुद्दे हैं और ना ही प्रचार की कोई निश्चित रूपरेखा है।

उधर, तेलंगाना में नौ हजार से अधिक मतदाताओं ने घर से वोट डाले गए हैं। मुख्‍य चुनाव अधिकारी ने बताया कि घर से यह प्रक्रिया 27 नवंबर तक जारी रहेगा।

अभी तक नौ हजार एक सौ 74 मतदाताओं ने घर से मतदान किया है। इनमें 80 वर्ष से अधिक के छह हजार 26 मतदाता हैं। इस सुविधा का उपयोग दो हजार आठ सौ 84 दिव्यांग लोगों ने किया। अधिकारियों ने राज्य की सभी एक सौ 19 विधानसभा क्षेत्रों में 29 हजार दो सौ 67 डाक मतपत्रों को मंजूरी दी है।

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