नई दिल्ली 15 नवंबर: ब्रिटेन और अमरीका के वित्त मंत्रालय ने हमास से जुड़े व्यक्तियों पर तीसरे दौर के प्रतिबंध लगाए हैं। दोनों देशों की समन्वित कार्रवाई में हमास के प्रमुख लोगों के साथ-साथ ईरान समर्थित फलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के आतंकवादियों की पहचान की गई है।
अमरीका की विदेश मंत्री जेनेट येलेन ने कहा है कि हमास की कार्रवाई से लोगों को भारी पीड़ा पहुंची है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और उसके साझेदार हमास के वित्तीय बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहे हैं और उन्हें दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर रोक लगा रहे हैं। हमास के वरिष्ठ नेता याह्या सिनवार और पांच अन्य पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
कल जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि अमरीका के वित्त मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि हमास को मुख्य रूप से ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड और ईरान में पीआईजे के प्रतिनिधि नासिर अबू शरीफ से मुख्य आर्थिक सहायता मिल रही है। जिन लोगों को निशाना बनाया गया उनमें हमास के वरिष्ठ सदस्य और सह-संस्थापक, महमूद खालिद जाहर, लेबनान स्थित मनी एक्सचेंज कंपनी नबील चौमन एंड कंपनी, इसके मालिक और संस्थापक और मुआद इब्राहिम मोहम्मद राशिद अल-अतिली शामिल हैं। हालांकि अमरीका ने आश्वस्त किया है कि आतंकवादी गतिविधियों में शामिल लोगों की फंडिंग रोक दी जाएगी, लेकिन वंचित समुदायों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने वाली मानवीय सहायता जारी रहेगी।