अगरतला, 27 अक्टूबर: मां गमन-कार्निवल के दौरान दशमीघाट पर कुल 51 मूर्तियां स्थापित की गईं। इनमें से 45 मूर्तियों को कल रात और सुबह 6 बजे खंडित किया गया।
संयोग से सूचना एवं संस्कृति विभाग की पहल पर पिछले साल से इस कार्निवल की शुरुआत एक इनोवेटिव आइडिया के साथ हुई थी। इस कार्निवल ने राज्य के लोगों में खुशी और उत्साह पैदा किया। इस वर्ष भी सूचना एवं संस्कृति विभाग द्वारा विभिन्न विभागों के सहयोग से कार्निवल का सुन्दर एवं व्यवस्थित ढंग से आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने कल मदर्स गमन-कार्निवल का उद्घाटन किया.
इस दिन मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की पारंपरिक संस्कृति ने राष्ट्रों और लोगों के बीच मजबूत संबंध बनाने में भूमिका निभाई है। यहां के विभिन्न त्योहार और कार्यक्रम जाति, धर्म और जाति से परे सभी को एक साथ बांधते हैं।
कार्यक्रम में उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल राज्य में शांति का माहौल कायम है. परिणामस्वरूप, इस वर्ष दुर्गा पूजा की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में अधिक हो गई है। इस वर्ष पूरे राज्य में शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित वातावरण में दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है.
पिछले साल की तरह इस साल भी कई क्लबों और संगठनों ने मातृ गमन (कार्निवल) में हिस्सा लिया। माता के गमन-कार्निवल में दशमीघाट पर कुल 51 प्रतिमाएं विराजित की गईं। इनमें से 45 मूर्तियों को कल रात और सुबह 6 बजे खंडित किया गया।