नई दिल्ली 19 अक्टूबर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को डिग्री और पदक प्रदान किये। भारतीय विद्यार्थियों के अतिरिक्त नेपाल, बांग्लादेश और बुरुंडी के छात्रों को भी डिग्रियां प्रदान की गईं। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि सामाजिक समानता और एकता राष्ट्र को विकास के पथ पर अग्रसर करती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सादगी और सच्चाई समृद्धि की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मार्ग का अनुसरण करने का आग्रह किया। राष्ट्रपति मुर्मु ने भूगोल और फसल की बहुरूपता के मामले में बिहार की विविधता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय भिन्नता और विशिष्टता को युवाओं के रोजगार और स्व-रोजगार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। राष्ट्रपति ने कहा कि क्षेत्रीय विविधता लोगों को विकास के मार्ग पर ले जाएगी।
राष्ट्रपति ने विख्यात अभिनेता और निर्देशक डॉ. चन्द्र प्रकाश द्विवेदी को मानद डॉक्टरेट उपाधि से अलंकृत किया। पूर्व सांसद और उद्योगपति आर. के. सिन्हा को भी मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। कुल 1,085 विद्यार्थियों को डिग्रीयाँ और पदक दिए गए। दस प्रतिभाशाली विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को स्वर्ण पदक प्रदान किये गए।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. महेश शर्मा ने विश्वविद्यालय परिसर में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद अंतर्विषयक केंद्र स्थापित किये जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सात वर्षों से चल रहे विश्वविद्यालय को जल्दी ही स्थाई भवन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार 300 एकड़ जमीन उपलब्ध कराएगी और आवंटन की सभी प्रक्रियाएं तीन दिनों में पूरी की जायेंगी। उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर भवन निर्माण में भी राज्य सरकार द्वारा सहायता प्रदान किए जाने का भरोसा दिलाया।