नई दिल्ली 12 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत अपने युवाओं को शिक्षा और कौशल के माध्यम से नए अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार कर रहा है। श्री मोदी ने आज कौशल दीक्षांत समारोह को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि जब युवा शक्ति मजबूत होती है तो देश अधिक विकास करता है। उन्होंने कहा कि देश में कौशल विकास का दायरा निरंतर बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लगभग 4 दशक के बाद आई है। उन्होंने कहा कि सरकार बड़ी संख्या में मेडिकल कॉलेज और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, भारतीय प्रबंधन संस्थानों और भारतीय औद्योगिक संस्थानों जैसे कौशल विकास संस्थानों की स्थापना कर रही है। श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत करोड़ों युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि रोजगार देने वाले पारंपरिक क्षेत्रों को भी मजबूत किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया का मानना है कि यह सदी भारत की सदी रहने वाली है। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व कुशल युवाओं के लिए भारत की ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि जी-20 सम्मेलन में ग्लोबल स्किल मैपिंग के संबंध में भारत के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया है, इससे आने वाले समय में युवाओं के लिए रोजगार के बेहतर अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि भारत पहले की तुलना में युवाओं को कुशल बनाने के लिए ज्यादा निवेश कर रहा है। प्रधानमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जमीनी स्तर पर देश के युवा मजबूत हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ने के साथ-साथ युवाओं के लिए नई संभावनाएं पैदा की जा रही हैं और भारत में रोजगार सृजन नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। श्री मोदी ने कहा कि हाल ही में कराए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार देश में बेरोजगारी की दर पिछले 6 वर्षों में सबसे कम है।
शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इस मौके पर कहा कि दीक्षांत समारोह में करीब 10 लाख 60 हजार युवाओं को प्रमाणपत्र दिए गए हैं।
कौशल दीक्षांत समारोह का आयोजन नई दिल्ली में किया गया, जिसमें प्रतिष्ठित कौशल विकास संस्थानों के छात्रों ने हिस्सा लिया। इन संस्थानों में प्रधानमंत्री कौशल केंद्र, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर और जनशिक्षण संस्थान शामिल हैं।