नई दिल्ली 10 अक्टूबर: इजरायल ने हमास आतंकियों के देश में घुसकर हमले के तीन दिन बाद गजा सीमा पर फिर से नियंत्रण करने का दावा किया है। इजरायल की सेना उन स्थानों पर बारूदी सुरंग बिछा रही है, जहां से घुसकर हमास आतंकियों ने हमला किया। इजरायल का यह बयान हमास के ठिकानों पर हाल के हवाई हमलों के बाद आया है। इससे पहले हमास ने चेतावनी दी थी कि बिना बताये फिलिस्तीन के नागरिकों के घरों को निशाना बनाया गया, तो इजरायली बंधकों की हत्या कर दी जाएगी। इजरायल की सेना ने कहा है कि कल कोई भी आतंकवादी सीमा पार कर देश में नहीं घुसा।
इस बीच, इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के बीच संघर्ष में मृतकों की संख्या 1600 के करीब पहुंच गई है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इजरायल में 900 से अधिक लोग मारे गए, कम से कम 2600 घायल हुए और हमास ने अनेक बंधक बना लिए हैं। फिलिस्तीन में लगभग 700 लोग मारे गये और 3726 घायल हुए हैं।
इससे पहले, इजरायल ने गजा की पूर्ण घेराबंदी करने और भोजन, ईंधन तथा अन्य आपूर्ति रोकने का निर्देश दिया था। इजरायल ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए तीन लाख आरक्षी बलों को काम पर बुला लिया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर बच्चों की हत्या और अन्य अत्याचारों का आरोप लगाते हुए उससे बदला लेने का प्रण लिया है।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार गजा पट्टी से एक लाख 87 हजार से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं और ये संख्या बढ़ने की संभावना है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुतेरेस ने कहा है कि लगभग एक लाख 37 हजार लोगों ने संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी – यूएनआरडब्ल्यूए के शिविरों में शरण ली है। यह एजेंसी फिलिस्तीन में आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराती है।
यूनिसेफ ने चेतावनी दी है कि संघर्ष क्षेत्र में मानवीय स्थिति तेजी से बिगड रही है। यूनिसेफ ने बच्चों और परिवारों को जीवनरक्षक सेवाएं और अन्य आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए सुरक्षित रास्ता उपलब्ध कराने की अपील की है।