अगरतला, 29 सितंबर: ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में पशुपालन और मत्स्य पालन को महत्व दिया जाना चाहिए। यह बात केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने आज बिलोनिया स्थित सर्किट हाउस में जिला विकास एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि सिंचाई स्रोतों के निर्माण के लिए जिले में दो स्विच गेट का निर्माण किया जाएगा। इस पर 20 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे.
बैठक में ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, वन, कार्य, विद्युत, समाज कल्याण एवं सामाजिक शिक्षा, मत्स्य पालन, कृषि, उद्यानिकी, पशु संसाधन विकास विभाग एवं मप्र क्षेत्र विकास परियोजनाओं के कार्यक्रम की समीक्षा की गई।
बैठक में राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि दक्षिण त्रिपुरा जिले में किसानों को मक्का उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. मक्के की खेती से किसानों को फायदा होने की संभावना है. इसके अलावा, ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में पशुपालन और मत्स्य पालन को महत्व दिया जाना चाहिए।
उनके अनुसार, दक्षिण त्रिपुरा जिले में उस प्रणाली के विकास को विशेष महत्व दिया गया है। जिले में सिंचाई स्रोतों के निर्माण के लिए दो स्विच गेट का निर्माण कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि लागत 20 लाख रुपये होगी.
इस दिन उन्होंने यह भी कहा कि एमपी क्षेत्र के विकास प्रोजेक्ट में जिले में अब तक 70 लाख रुपये खर्च किये जा चुके हैं. प्रतिमा भौमिक ने दावा किया कि जिले में राजनगर और शांतिरबाजार में दो आदर्श आंगनबाडी केंद्र बनाये जायेंगे.