नई दिल्ली 27 सितम्बर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया है कि भारत आने वाले वर्षों में विश्व की तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन के 20 वर्ष पूरे होने के अवसर पर अहमदाबाद की साइंस सिटी में हुए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने देश के व्यवसायियों और निवेशकों से उन उभरते क्षेत्रों में निवेश करने की अपील की जिनमें देश के विकास और भारत को 2047 तक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की अपार संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उनका सपना गुजरात को देश के विकास का इंजन बनाना था और अब जब वे भारत के प्रधानमंत्री है तो उनका सपना भारत को विश्व के विकास का इंजन बनाना है। वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन के 20 वर्ष की गौरवशाली यात्रा को याद करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह यात्रा उस समय शुरू हुई थी जब गुजरात का वित्तीय क्षेत्र भयानक भूकंप और हिंसा के कारण विशेष रूप से संकट में था। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन में गुजरात को विदेशी निवेश के पसंदीदा मुकाम के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पिछले 20 वर्षो से अधिक समय में गुजरात की छवि व्यापारिक राज्य से निर्माण और उत्पादन के केन्द्र के रूप में जबरदस्त रूप से बदल गई है। उन्होंने कहा कि मोटर वाहन, रसायन, वस्त्र, रत्न और आभूषण के क्षेत्र में गुजरात देश में आगे है।
इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत, आर्सेलर मित्तल के कार्यकारी अध्यक्ष लक्ष्मी मित्तल सहित बहुत से दिग्गज उद्योगपति भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने आज छोटा उदयपुर में 5200 करोड़ की परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेगें। इन परियोजनाओं में उत्कृष्ट विद्यालय मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत 4500 करोड़ रूपये की स्कूलों की ढांचागत परियोजनाएं भी शामिल है।